डिकल कालेज में फिर ऑक्सीजन का संकट, 16 सिलेंडर पर 90 मरीज
ऑक्सीजन के संकट में तमाम मरीजों का जीवन फंसा हुआ है, प्रयास के बाद भी ऑक्सीजन की सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है। ऑक्सीजन की कमी को लेकर मरीजों के...

बदायूं। हिन्दुस्तान संवाद
ऑक्सीजन के संकट में तमाम मरीजों का जीवन फंसा हुआ है, प्रयास के बाद भी ऑक्सीजन की सप्लाई पूरी नहीं हो पा रही है। ऑक्सीजन की कमी को लेकर मरीजों के तीमारदारों ने हंगामा किया तो प्रशासन को पुलिस बल लगाकर सहारा और सुरक्षा लेनी पड़ी है। राजकीय मेडिकल कालेज में बैकअप भी कम बचा है और देररात अफसरों के हाथ पांव फूलते रहे हैं। प्रशासन प्रयास के बाद भी देररात तक ऑक्सीजन को नहीं मंगवा सका है। महज 16 सिलेंडरों के सहारे 90 मरीज हैं। नये मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।
मंगलवार को सुबह और दोपहर में ऑक्सीजन की सप्लाई आई इसके बाद भी ऑक्सीजन के बैकअप को नहीं बढ़ाया जा सका है। देररात को इसकी वजह से ऑक्सीजन का संकट गहरा गया। मेडिकल कालेज में सोमवार की रात से लेकर मंगलवार सुबह तक ऑक्सीजन वाले करीब 35 मरीज और भर्ती कर दिये गये। जिसके बाद से ऑक्सीजन बेड फुल हो गये हैं। मेडिकल कालेज में मरीज नहीं लिये जा रहे हैं। मेडिकल कालेज में मरीज भर्ती न होने की वजह से लोग बरेली, सैफई, दिल्ली, कानपुर, आगरा, लखनऊ के लिये लेकर दौड़ रहे हैं।
मेडिकल कालेज में 92 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था पर 103 मरीज भर्ती कर दिये गये हैं वहीं कुल 120 मरीज भर्ती हैं। इनमें मंगलवार की देररात को पता चला कि 90 मरीज ऐसे हैं जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की जरूरत है। मगर ऑक्सीजन के केवल 16 सिलेंडर ही शेष हैं। अधिकारियों का कहना है कि प्रयास में लगे हैं और काशीपुर से गाड़ी आते ही बैकअप को बढ़ा लेंगे।
एसडीएम की हालत नाजुक
सहसवान एसडीएम और परियोजना निदेशक डीआरडीए को कोरोना हो गया है। पीडी का मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है। उनकी हालत में सुधार है। इधर दातागंज एसडीएम किशोर गुप्ता की ज्यादा हालत गंभीर है। उन्हें सोमवार को ही बरेली में भर्ती कराया गया है। अफसरों के मुताबिक एसडीएम की हालत ज्यादा गंभीर है। प्रशासनिक अधिकारी लगातार उनके संपर्क में हैं।
सीडीओ ने देखे हालात
राजकीय मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन का संकट है वहीं सात और लोगों की मौत के बाद परिजनों के आक्रोश में थे। दोपहर बाद सीडीओ निशा अनंत मेडिकल कालेज पहुंची। यहां स्वाास्थ्य अफसरों के साथ उन्होंने स्थिति की जानकारी ली। अधिकरियों से समस्याओं का निस्तारण को कहा। बेड और वेंटीलेटर के साथ ऑक्सीजन व्यवस्था पर भी उच्चाधिकारियों से बात की है। कोरोना वार्ड में भर्ती पीडी का हालचाल जाना।
गेट बंद, फोर्स संभाले कमान
राजकीय मेडिकल कालेज में बेड फुल हो गये हैं। इसके बाद मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया है, इधर मंगलवार की सुबह सात की मौत के बाद बखेड़ा हो गया था। जिस पर अस्पताल प्रशासन ने यहां मौजूद पुलिस कर्मी को गेट पर तैनात कर दिया। जिससे यहां कोई विवाद न करे और शांति व्यवस्था बनी रहे। वहीं अधिकारियों ने मेडिकल कालेज के गेट को बंद करा दिया है। अब किसी की एंट्री नहीं है जरूरत वाले व्यक्ति को ही भेजा जा रहा है।
बदायूं जिले में ऑक्सीजन को लेकर स्थिति
उपलब्ध ऑक्सीजन
राजकीय मेडिकल कालेज
छोटे--15 (मरीजों को बाहर से वार्ड तक लाने में उपयोग)
बड़े---16
जरूर---250
आने की स्थिति--60
जिला महिला अस्पताल
छोटे--26
बड़े--09
जरूरत--60
आने की स्थिति--00
जिला पुरुष अस्पताल
छोटे---00
बड़े---00
जरूरत---30
आने की स्थिति----05
सीएमओ अधीन
छोटे--100
बड़े--100
आने की स्थिति--00
मेडिकल कालेज में आक्सीजन की मांग ज्यादा है। स्थित बहुत अच्छी नहीं कही जा सकी है। लगातार व्यवस्था के प्रयास किये जा रहे हैं। आक्सीजन की मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे में बेड़ तो बढ़ाये जा सकते हैं पर उन बेड पर आक्सजीन की व्यवस्था बनाना मुश्किल है। जैसे तैसे व्यवसथाओं को संभाला जा रहा है। यहां के डाक्टरों ने सात लोगों की मौत होना बतायी। मौत कोरोना से हुयी है।
निशा अनंत, सीडीओ
