छिपे स्थान पर कत्ल, डेढ़ किलोमीटर खींचकर लाई गई लाश
किसी भी हत्याकांड के पीछे अमूमन तीन कारण निकलते हैं। इनमें जर, जोरू और जमीन हैं। इधर, रामप्रसाद मजदूर तबके से था ऐसे में रकम के लिए उसकी हत्या कोई...
बदायूं। संवाददाता
किसी भी हत्याकांड के पीछे अमूमन तीन कारण निकलते हैं। इनमें जर, जोरू और जमीन हैं। इधर, रामप्रसाद मजदूर तबके से था ऐसे में रकम के लिए उसकी हत्या कोई भला क्यों करेगा। वहीं जमीन भी उसके पास ज्यादा नहीं है। जबकि उसका भाई भी हिमाचल प्रदेश में परिवार संग मजदूरी करता है। ऐसे में उसकी हत्या की वजह क्या रही होगी, पुलिस इस पहलू को बारीकी से खंगाल रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि तकरीबन डेढ़ किलोमीटर तक कातिल ने शव को खचेड़ते हुए खुले स्थान पर लाकर क्यों फेंका। कोई उसे बहलाकर ले गया या फिर किसी ने उसे वहां बुलाया था। इन पहलुओं के इर्द-गिर्द पुलिस पूरे मामले को खंगाल रही है।
रामप्रसाद की मौत से किसी को कोई फायदा था या फिर क्षणिक आवेश में आकर किसी ने उसका खून कर दिया। फिलहाल पुलिस इस सवाल का जवाब तलाशने में लगी है। वहीं वीराने में कत्ल करके आसानी से निकलने की जगह कातिल ने उसकी लाश को डेढ़ किलोमीटर दूर लाकर पुलिया के नीचे क्यों फेंका। दो स्थानों पर पुलिस को खून निशान मिले हैं। इसीलिए घटनास्थल दूसरा और शव मिलने वाला स्थान अलग माना जा रहा है। जबकि कपड़े अस्त-व्यस्त मिलना भी खुद में बड़ा सवाल है।
नौ महीने पहले हुई थी दूसरी शादी
रामप्रसाद की शादी तकरीबन नौ महीने पहले कुंवरगांव थाना क्षेत्र के सोही गांव निवासी सुनीता नाम की युवती के साथ हुई थी। उसकी पहली पत्नी छोड़कर चली गई थी। परिवार में पत्नी के अलावा पिता सोरन नेत्रहीन हैं। जबकि मां प्रेमा भी रहती है। बड़ा भाई गुरुदेव हिमाचल में परिवार संग रहता है।
काली पॉलीथिन भी मिली
इधर, गांव वाले वहां खाली पड़ी एक झोपड़ी को घटनास्थल करार दे रहे हैं। झोपड़ी में काली पालीथिन भी पुलिस को मिली है। मछली विक्रेता का कहना है कि उसने मछली भी काली पॉलीथिन में दी थीं। ऐसे में क्या कातिल मछली भी ले गया, इसको लेकर भी पुलिस असमंजस में है। पुलिस फिलहाल मछली खरीदने तक तो पहुंच गई है लेकिन इसके बाद वह कहां और किसके साथ गया, इन सवालों का जवाब नहीं मिल पा रहा है। परिजनों ने भी इतना बताया कि वह खाने-पीने का शौकीन था।