मकर संक्रांति आज, गंगा स्नान संग दानपुण्य
मकर संक्रांति का पर्व गुरुवार 14 जनवरी को मनाया जायेगा। जिसकी तैयारी लोगों ने एक दिन पहले ही कर ली। मकर संक्रांति के पर्व पर दानपुण्य करने एवं गंगा...
मकर संक्रांति का पर्व गुरुवार 14 जनवरी को मनाया जायेगा। जिसकी तैयारी लोगों ने एक दिन पहले ही कर ली। मकर संक्रांति के पर्व पर दानपुण्य करने एवं गंगा स्नान की वर्षो पुराना परंपरा है। जिला प्रशासन ने गंगा स्नान को लेकर गंगा घाट किनारे विशेष इंतजाम किया है। पुलिस फोर्स को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर तैनात किया है। जिले में जगह जगह खिचड़ी भोज संग कार्यक्रम आयोजित होंगे।
मकर संक्रांति के पर्व पर शहर से लेकर देहात तक में जगह-जगह खिचड़ी भोज की व्यवस्था की गयी है। दानपुण्य करने वाले लोगों ने एक दिन पहले ही सामान की व्यवस्था कर ली। मकर संक्रांति के पर्व पर कछला, अटेना, ककोड़ा, भुंडी घाट पर जिले के श्रद्धालु गंगा स्नान करेंगे। कछला घाट पर कासगंज, एटा के अलावा राजस्थान के श्रद्धालु भी गंगा स्नान के लिये आते हैं। ऐसे में यहां पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। जिसको लेकर जिला प्रशासन ने घाट पर सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम कराये हैं।
पंडित गिरीश शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति पर ग्रह गोचर कि अनुसार पौष मास ,शुक्लपक्ष ,तिथि प्रति पदा ,नक्षत्र श्रवण ,चंद्रमा मकर राशि में रहेंगे। इस बार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को प्रात 8:14 पर होगा, यही से मकर संक्रांति शुरू होगी।
धार्मिक कार्य के लिये पुण्यकाल
8:14 से 2:38 के बीच अधिक शुभ रहेगा। इस अवधि में सभी धार्मिक कार्य गंगा स्नान, सूर्य शांति के लिये दान, हवन, मंत्र जप, सूर्य साधना शुभ है। पिछले एक माह से गतिमान अशुभ खर मास का अंत हो जायेगा।
व्रत करने से विशेष फल प्राप्त
सूर्य समस्त मौसम ,जलवायु पर्यावरण के नियंत्रक और संचालक है सभी ग्रहों के राजा है। इसलिये इस दिन सूर्य पूजा, साधना, व्रत, हवन, मंत्र जप, दान का अति विशेष फल प्राप्त होता है। जिससे सभी ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त होती है।