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ब्लॉक की जगह में बनी 45 दुकानें कब्जे में लेकर लगाये ताले

ब्लॉक और अस्पताल गेट पर बनी 45 दुकानों के लिए अवैध करार घोषित करते हुए प्रशासन ने दुकानों को कब्जे में लेकर ताले डलवा दिये। आगे दुकानों का...

ब्लॉक की जगह में बनी 45 दुकानें कब्जे में लेकर लगाये ताले
हिन्दुस्तान टीम,बदायूंWed, 29 Mar 2023 12:40 AM
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ब्लॉक और अस्पताल गेट पर बनी 45 दुकानों के लिए अवैध करार घोषित करते हुए प्रशासन ने दुकानों को कब्जे में लेकर ताले डलवा दिये। आगे दुकानों का ध्वस्तीकरण होगा या फिर इन्हें ही नये सिरे से आवंटित किया जाएगा इसको लेकर प्रशासन के पास फिलहाल कोई जवाब नहीं है। तहसील स्तरीय अधिकारियों के मुताबिक उच्च अधिकारियों के जो भी निर्देश होंगे वह कार्रवाई की जाएगी।

27 नवंबर 1998 को म्याऊं की तत्कालीन ब्लॉक प्रमुख सुधा यादव, बीडीओ प्रमोद कुमार पाण्डेय ने ब्लॉक गेट पर उसावां रोड किनारे 22 और उसहैत रोड किनारे 23 दुकानों को अवैध रूप से मनमाने तरीके से आवंटित कर दिया था। इन दुकानों के आवंटन को अवैध बताते हुए एक व्यक्ति द्वारा शिकायत शासन स्तर पर की गयी। जिसकी अधिकारियों द्वारा जांच की गयी तो दुकानें अवैध तरीके से निर्माण करायी हुए एवं गलत तरीके से आवंटित पायी गयीं। जिसके चलते 29 अप्रैल 2000 को बीडीओ प्रमोद कुमार पाण्डेय को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही दुकानों का एग्रीमेंट भी निरस्त कर दिया था। जिसके विरोध में जिन लोगों के लिए दुकानें आवंटित हुईं वह राहत के लिए हाईकोर्ट तक गये, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने खुद से दुकानें खाली करने का दुकानदारों को समय दिया। जिसके बाद से दुकानदार दुकानों में रखा सामान निकालने में लग गये। सोमवार रात भर दुकानों से सामान बाहर किया।

मंगलवार करीब 11 बजे एसडीएम दातागंज धर्मेंद्र कुमार एवं तहसीलदार शिव कुमार शर्मा, सीओ करमवीर सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गये और अवैध तरीके से बनी 45 दुकानों में ताले डलवाकर चाबी बीडीओ को सौंप दी। अलापुर इंस्पेक्टर हरपाल सिंह बालियान, म्याऊं चौकी इंचार्ज राजपाल सिंह, प्रदीप कुमार, अनुज कुमार मौजूद थे।

तैयारियों में नहीं थी चूक, प्रशासन अलर्ट

सुरक्षा की दृष्टि से दो प्लॉटून पीएससी संग दातागंज, हजरतपुर, मूसाझाग, अलापुर, कुंवरगांव व उसहैत पुलिस और दो पीएसी प्लाटून के साथ करीब 100 पुलिस कर्मियों को लगाया गया था। इसके साथ ही अधिकारियों ने अगर आगजनी की घटना होती है तो उससे निपटने के लिए एहतियात बतौर फायर ब्रिगेड को मंगाकर खड़ा कर लिया था। कार्रवाई के दौरान एम्बुलेंस भी ब्लॉक और अस्पताल गेट पर खड़ी रहीं।

रोजगार का संकट गहराया

45 दुकानों में ताला जड़ने के बाद करीब 250 से अधिक परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। जिन दुकानों में ताले पड़े हैं, उनमें से अधिकांश दुकानें किराये पर उठी हुयी थी। जिनमें दुकानदारी करने वालों के परिवार की गुजर बसर चल रही रही है। अब उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।

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