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कार्यदायी संस्थाएं रहीं डीएम के निशाने पर, सुधार की चेतावनी

-विकास कार्यों की समीक्षा, अफसरों से बिजली बकाया जमा करने का निर्देश -सालों से प्रोजेक्ट लटकाए कार्यदायी संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर भड़के...

कार्यदायी संस्थाएं रहीं डीएम के निशाने पर, सुधार की चेतावनी
हिन्दुस्तान टीम,बरेलीSat, 10 Oct 2020 11:50 PM
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लखीमपुर-खीरी। डीएम शैलेन्द्र सिंह ने विकास कार्यों की समीक्षा की। जिले में निर्माण कार्यों के सालों से प्रोजेक्ट लटके होने से डीएम कार्यदायी संस्थाओं पर भड़क गए। डीमए ने कार्यदायी संस्थाओं को सुधार की चेतावनी दी। कहा कि सुधार कर लें नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान डीएम ने सरकारी कार्यालयों का बकाया बिजली बिल जमा करने का भी निर्देश दिया।

समीक्षा में डीएम ने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं पर शिथिल नियंत्रण रखने वाले अधिकारियो पर भी कार्रवाई की जाएगी। लोक निर्माण विभाग जिन नई सड़कों का निर्माण करा रहा और पुरानी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर रहा है उसकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। शारदा नगर-ढकेरवा मार्ग का निर्माण पूरा किया जाए। डीएम ने कहा कि जिन विभागों में बिजली बिल बकाया है। वह बजट की मांग कर बिल जमा कराएं। डीएसटीओ राजेश सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम की सीतापुर यूनिट को कुल छह कार्य स्वीकृत है। इन कार्यों की लागत 30.25 करोड़ है, लेकिन संस्था की प्रगति नहीं है। इसी संस्था ने 13.51 करोड़ की लागत से दुधवा कॉरिडोर का निर्माण किया जाना है इसका कार्य 31 दिसंबर 2020 तक पूरा होना है पर इसमें भी कोई प्रगति नहीं है। सीडीओ ने बताया कि विकास कार्यक्रमों की गुणवत्ता पर किसी भी स्तर पर कोई समझौता न किया जाए। बैठक में पीडी रामकृपाल चौधरी, डीडीओ अरविंद कुमार, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी देवेंद्र सिंह, एनके यादव, सहायक निदेशक सूचना रत्नेश त्रिपाठी सहित अन्य स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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