कोरोना काल के बाद बढ़े ऑपरेशन का ग्राफ
कोरोना काल में ऑपरेशन रोके बैठे लोगों ने ऑपरेशन कराने शुरू कर दिये हैं। ऑपरेशन कराने के लिये मरीज जिला अस्पताल पहुंचने लगे हैं और लाइन लगाकर ऑपरेशन...
कोरोना काल में ऑपरेशन रोके बैठे लोगों ने ऑपरेशन कराने शुरू कर दिये हैं। ऑपरेशन कराने के लिये मरीज जिला अस्पताल पहुंचने लगे हैं और लाइन लगाकर ऑपरेशन रोजाना किये जा रहे हैँ। जिला अस्पताल में पहुंचने के बाद केवल हड्डी के मरीजों को राहत है कि उनके ऑपरेशन हो जा रहे हैं। बाकी सर्जरी वाले ऑपरेशन डॉक्टर के न होने की वजह से नहीं हो पा रहे हैं।
जिला पुरुष अस्पताल में ओटी पर ऑपरेशन की आजकल लाइन लग रही है। कोरोना काल में ऑपरेशन रोके रहे मरीज अब ऑपरेशन कराने में लगे हैं। हड्डी के ताम ऑपरेशन को अब किया जा रहा है। कोरोना काल में केवल जरूरी वाले ही ऑपरेशन किया जा रहे थे, लेकिन अब सभी प्रकार के ऑपरेशन किये जा रहे हैं। जिला अस्पताल की ओपीडी पर रोजाना मरीजों की लाइन लग जाती है लेकिन इसके बाद भी डॉक्टर दिन में छह से सात ऑपरेशन सफल कर रहे हैं। कोराना काल से पहले रोजाना दो से तीन ऑपरेशन हो रहे थे लेकिन अब ऑपरेशन दोगुने हो रहे हैं। मरीजों को अपने ऑपरेशन कराने के बाद राहत मिल रही है।
सर्जन के बिना ऑपरेशन बंद
जिला पुरुष अस्पताल में वर्तमान में कोई भी सर्जन नहीं है। सर्जन की तैनाती की वजह से मरीजों को उपचार तो पूरी तरह बंद ही है लेकिन जिला पुरुष अस्पताल में ऑपरेशन पूरी तरह से बंद हो गये हैं। ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं और मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में भागना पड़ रहा है। सर्जन डॉ. रिशम अग्रवाल ने जब से इस्तीफा दिया है तब से कोई भी सर्जन यहां नहीं रही है।
कोरोना काल में केवल जरूरी ऑपरेशन हो रहे थे बाकी ऑपरेशन को रोक दिया है अब स्थिति कुछ सामान्य है इसलिये ऑपरेशन शुरू कर दिये हैं इसलिये कुछ संख्या ज्यादा है। हड्डी को ऑपरेशन केवल हो रहे हैं सर्जन न होने की वजह से बाकी ऑपरेशन नहीं हो पा रहे हैं।
डॉ. रियाज हुसैन, हड्डी रोग विशेषज्ञ जिला पुरूष अस्पताल