यूरिया लेने के लिए रही मारामारी, लाइनों में महिला किसान
जिले में इफको खाद की किल्लत दूर नहीं हो रही है। किसान सबकुछ छोड़कर जिले में खाद की दुकान के बाहर खड़े होने लगे हैं। क्योंकि किसानों के लिए रोजी रोटी और सालभर का गुजारा उनकी गेहूं की फसल है। यूरिया के...
जिले में इफको खाद की किल्लत दूर नहीं हो रही है। किसान सबकुछ छोड़कर जिले में खाद की दुकान के बाहर खड़े होने लगे हैं। क्योंकि किसानों के लिए रोजी रोटी और सालभर का गुजारा उनकी गेहूं की फसल है। यूरिया के संकट में किसान उस फसल को भी सुरक्षित नहीं रख पा रहे हैं।
शनिवार को भी यूरिया की किल्लत जिला मुख्यालय से लेकर देहात तक रही है। यूरिया के लिए किसान सुबह से सब कामकाज छोड़कर इफको केंद्र पर लाइन लगाकर खड़े हो रहे थे। यूरिया की किल्लत की आवाज मंडल और प्रदेश स्तर तक पहुंच गई। डीएम ने भी यूरिया की किल्लत देखते हुए कृषि अफसरों को इफको के जिम्मेदारों से बात कर तुरंत समस्या का समाधान कराने के निर्देश दिए।
कृषि अफसरों ने लखनऊ इफको अफसरों से बात करके पर्याप्त मात्रा में यूरिया की खेप मंगाना शुरू कर दी, लेकिन अभी तक किसानों की भीड़ पूरी तरह से कम नहीं हुई है। शनिवार को मंडी स्थित इफको केंद्र पर किसानों की यूरिया लेने को काफी भीड़ थी। जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थीं। इफको प्रभारी ने लाइन लगवाकर सभी को खाद वितरित की। खाद लेने को किसानों में आपस में धक्का-मुक्की मची रही। इफको केंद्र प्रभारी ने बताया कि एक ट्रक खाद मिली, जिसका वितरण करा दिया गया है।