शिक्षकों ने अपनी सामग्री का किया ऑनलाइन प्रदर्शन, कागज के कपों से समझाई नाउन की परिभाषा
लॉक डाउन में परिषदीय शिक्षकों की क्रियाशीलता को बनाए रखने के लिए इन दिनों नवाचार एक पहल समूह द्वारा कोरोना विषय आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों के शिक्षकों...
लॉक डाउन में परिषदीय शिक्षकों की क्रियाशीलता को बनाए रखने के लिए इन दिनों नवाचार एक पहल समूह द्वारा कोरोना विषय आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों के शिक्षकों ने अलग-अलग तरीके के टीएलएम बनाकर तैयार किए।
प्रतियोगिता के तीसरे दिन रचनात्मक कौशल के तहत घर में बेकार पड़ी वस्तुओं से बनाई गई शिक्षण अधिगम सामग्री का ऑनलाइन प्रदर्शन किया गया। मुरादाबाद की दीप्ति खुराना ने अंडों के छिलकों से गुड टच एवं बैड टच, आस्था शर्मा ने कागज के कपों से नाउन की परिभाषा समझाई। बांदा की निशा देवी ने गत्ते के प्रयोग से यातायात के नियमों को प्रदर्शित कर टीएलएम बनाया है।
आगरा की दामिनी ने ग्लोब एवं बविता वर्मा ने विटामिन्स को प्रदर्शित कर टीएलएम का बनाया। बाराबंकी की कविता ने स्पंज की सहायता से पोषक तत्वों के नाम एवं कार्यों को, गरिमा सिंह ने भारत को प्रदर्शित किया। संस्थापक प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में विभिन्न जनपदों के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। संयोजक हरीश सक्सेना ने बताया कि सभी प्रतिभागियों के टीएलएम बहुउद्देश्यीय हैं।
मौसम की जानकारी के लिए बनाया टीएलएम
पीलीभीत की सईदा ने दिनों के नाम, गोरखपुर की सुषमा त्रिपाठी ने मौसम की जानकारी देने वाला टीएलएम बनाया। लखनऊ की अमिता सचान ने जादुई स्लेट एवं हापुड़ की शीतल सैनी ने जूते के डिब्बे की मदद से एक्वेरियम बनाया, जो कि देखने में काफी सुंदर लग रहा है।
अनुरंजना ने बनाई पेंटिंग
हमीरपुर की अनिता कौशल ने कागज की मदद से पेन स्टैंड, श्रावस्ती की सोमपाल कटियार ने शादी के कार्ड से बेहतरीन टीएलएम बनाया। ललितपुर की संगीता ने दिनों को समझाने के लिए चित्रकूट की अनुरंजना सिंह ने पेंटिंग बनाई। उन्नाव की नीतू शुक्ला ने शादी के कार्ड से टीएलएम बनाया है।