शिक्षिका से नायब तहसीलदार बनी अलीगढ़ की डौली, पिता गांव में चलाते हैं डेयरी
दूध बेचने वाले पिता की बेटी ने नायब तहसीलदार बनकर साबित कर दिया कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं। मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले राम सिंह यादव के चार बच्चे हैं। जिनमें एक बेटी व तीन बेटे हैं। शिक्षिका...
दूध बेचने वाले पिता की बेटी ने नायब तहसीलदार बनकर साबित कर दिया कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं। मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले राम सिंह यादव के चार बच्चे हैं। जिनमें एक बेटी व तीन बेटे हैं। शिक्षिका से अब नायब तहसीलदार बनीं डौली यादव अपने चार भाई बहनों में सबसे बड़ी हैं। 2015 के बैच में सहायक अध्यापक के पद पर चयन हुआ था। उसके बाद डौली यादव की तैनाती दहगवां विकास खंड क्षेत्र के गांव सूरजपुर टप्पा के प्राथमिक विद्यालय मे हुई।
खुद आगे बढ़ने की लगन व शिक्षा के प्रति लगाव की वजह से डौली ने तैनाती वाले गांव में ही स्कूल के समीप ही कमरा किराये पर ले लिया। समय से स्कूल खोलकर मेहनत से बच्चों को पढाने के बाद पीसीएस की तैयारी में जुट जाती थीं। अपनी कामयाबी का श्रेय डौली ने अपने परिजनों के साथ ही अपने शिक्षा विभाग के स्टाफ को भी दिया है। डौली को नायब तहसीलदार के पद पर चयन के बाद सोमवार को बीआरसी केंद्र जरीफनगर पर खंड शिक्षा अधिकारी सर्वेश कुमार व तमाम शिक्षक-शिक्षिकाओं ने डौली को सम्मानित किया।