दाना मोटा हो या पतला यूरिया में अंतर नहीं
इफको द्वारा डीडी कृषि के सभागार कक्ष में सहकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया...
इफको द्वारा डीडी कृषि के सभागार कक्ष में सहकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें जिले भर के एग्री जंक्शन और इफको की खाद की बिक्री करने वाले सप्लायरों को प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान डीडी कृषि रामवीर कटारा ने विभागीय योजनाओं से अवगत कराया। डीडी ने कहा कि आप लोग ये योजनाएं किसानों बताएं।इफको जिला प्रबंधक योगेंद्र पाल सिंह ने खाद सप्लायरों को इफको द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इफको के उत्पाद बढ़िया हैं। चाहे वह खाद हो या फिर पेस्टिसाइड। उन्होंने कहा कि अक्सर किसान मोटे दाने की यूरिया को कम पसंद करते हैं। किसान कहते हैं कि मोटे दाने की यूरिया गलती नहीं है। लेकिन ऐसा नहीं हैं, अगर यूरिया मोटे दाने की हैं, तो पौधे को अधिक नाइट्रोजन देगी।
डीसीओ रामकिशन ने गन्ना विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी। उझानी कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक यशपाल सिंह ने वैज्ञानिक तकनीकि से खेती करने पर जोर दिया। डीडी कृषि रामवीर कटारा, डीएओ विनोद कुमार, आनंद चौहान, मनमोहन मौर्य मौजूद थे।