एमओआईसी पर कार्रवाई नहीं तो सीएमओ कार्यालय की होगी तालाबंदी
उझानी एमओआईसी और आशाओं के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है।
उझानी एमओआईसी और आशाओं के बीच काफी समय से विवाद चल रहा है। एमओआईसी पर अभद्रता के साथ ही मानसिक उत्पीड़न का अब तक आरोप लग रहा था अब आशाओं का कहना है कि उन्होंने पांच आशाओं की सेवा समाप्त कर दी है।
जिसके बाद आशाएं आक्रोशित हो गई हैं और आंदोलन की चेतावनी दे दी है। जिसमें आशा संगठन ने तालाबंदी की भी चेतावनी दे डाली है।गुरुवार को सीएमओ कार्यालय पर उझानी ब्लाक क्षेत्र की आशाएं पहुंच गईं। यहां आशा संगठन ने इन पीड़ित आशाओं को समर्थन दिया और आशा संगठन की जिला अध्यक्ष जौली वैश्य ने सीएमओ से मुलाकात की। जिसमें बताया कि उझानी एमओआईसी की करतूत बताई है।
बताया कि अभी तक तो आशाओं से अभद्रता करते थे और मानसिक उत्पीड़न करते थे। अब उन्होंने इसी मामले को लेकर पांच आशाओं की सेवा समाप्त कर दी है, जबकि उन्हें सेवा समाप्त करने का कोई अधिकार नहीं हैं। आशाओं को ग्राम सभा रखती है, और सेवा समाप्त का भी अधिकार ग्राम सभा का है।
यह सब गलत किया है। जौली वैश्य ने बताया कि वह आज सात फरवरी को सीएमओ चेतावनी पत्र दिया जाएगा। इसके बाद तीन दिन का इंतजार होगा और फिर सीएमओ कार्यालय पर तालाबंदी की जाएगी। इस मौके पर कल्पना, सुशीला, शिवानी, आबिदा, गुड़िया, सोमश्री, राजवाला, मीना देवी, स्वाती मिश्रा, माया, आशा कुमारी, विनीता मौजूद थीं।अभी तक मेरे द्वारा कराई गई न तो जांच पूरी हुई है नहीं एमओआईसी को ऐसी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है, अगर ऐसी कार्रवाई की है तो गलत किया है। आशा को न हम रखते हैं नहीं हटा सकते हैं यह सब ग्राम सभा की बैठक में होता है। एमओआईसी को सेवा समाप्त करने का कोई अधिकार नहीं हैं। उनकी हरकतें कुछ ज्यादा ही हैं जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।डॉ. यशपाल सिंह, सीएमओ