आसमान में बादलों का डेरा, बूंदाबांदी
कड़ाके की सर्दी से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। अब रविवार को आसमान में बादलों का डेरा है और जहां तहां बूंदाबांदी भी हुयी। कड़ाके की सर्दी के...

कड़ाके की सर्दी से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। अब रविवार को आसमान में बादलों का डेरा है और जहां तहां बूंदाबांदी भी हुयी। कड़ाके की सर्दी के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त है। इस मौसम में केवल गेहूं की फसल को फायदा है, सरसों, व आलू को नुक्सान है।
जिले में शनिवार रात फिर से मौसम का रुख बदला। रविवार सुबह जिले के अधिकांश स्थानों पर बूंदाबांदी हुयी और आसमान में घने काले बादलों का डेरा है।
जनवरी में मौसम का मिजाज बिगड़ा चल रहा है। अभी तक सुधार नहीं हो रहा है। 24 जनवरी तक मौसम ऐसा ही बना रहने की मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी दी। बूंदाबांदी के बीच गलत भरी सर्दी भी लोगों पर खूब सितम ढा रही थी। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सुबह से ही अलाव के सहारे हैं। झुंड बनाकर अलाव तापते हुये चुनावी चर्चा में मश्गूल हैं।