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बदायूं बाईपास पर बनेगा बाल सुधार गृह, सीपीएस योजना के तहत 87 लाख से होगा निर्माण

यूपी के 21 जिलों के साथ बदायूं में भी विधि का उल्लंघन करने वाले किशोरों को बाल सुधार गृह (संप्रेरक्षण गृह) बनाया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रस्ताव मांगा और जिला प्रशासन ने जमीन उपलब्ध कराते हुए सरकार...

बदायूं बाईपास पर बनेगा बाल सुधार गृह, सीपीएस योजना के तहत 87 लाख से होगा निर्माण
बदायूं, हिन्दुस्तान संवादMon, 10 Feb 2020 02:23 PM
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यूपी के 21 जिलों के साथ बदायूं में भी विधि का उल्लंघन करने वाले किशोरों को बाल सुधार गृह (संप्रेरक्षण गृह) बनाया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रस्ताव मांगा और जिला प्रशासन ने जमीन उपलब्ध कराते हुए सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। वहीं सरकार निर्माण को धन को स्वीकृत हो चुका है। कार्यदायी संस्था जल्द ही इसके लिए निर्माण कार्य शुरू करा देगी। अफसरों ने बाल सुधार गृह (संप्रेरक्षण गृह)  को जमीन उपलब्ध कराते हुए प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है।

महिला कल्याण विभाग ने यूपी के 21 जिलों के साथ बदायूं जिला प्रशासन से 21 सितंबर 2019 को प्रस्ताव मांगा गया था। इसके बाद प्रस्ताव ठंडे बस्ते में रहा, इसके बाद जब रिमाइंडर चला तो प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है। जिसमें एसडीएम सदर पारसनाथ मौर्य व तहसीलदार रामनयन, हल्का लेखपाल नरेंद्र गुप्ता ने प्रस्ताव तैयार कर महिला कल्याण विभाग को सौंपा है, जिसके द्वारा शासन को भेजा गया है। इसमें जिला मुख्यालय पर बदायूं बाईपास स्थित ग्राम पंचायत भगवतीपुर की इकरमनगर गढ़ी इलाका की जमीन को चिह्नित किया है।

इकरमनगर गढ़ी में बाईपास के बाद ग्राम समाज की जमीन है। जिस पर ग्राम प्रधान से सहमित के साथ प्रस्ताव तैयार किया है। तहसील प्रशासन महिला कल्याण विभाग के पक्ष में निशुल्क भूमि हस्तांतरण करेगा। बाल सुधार गृह को बिजली, पानी व आवागमन में दिक्कत न आने वाली जगह को चिह्नित किया है। महिला कल्याण विभाग ने इस बिल्डिंग को बनाने के लिए 87 लाख 45 हजार रुपए की स्वीकृति दी है, 50 किशोरों को रखने की क्षमता बाला बाल सुधार गृह बनाया जाएगा।

यह बनेगी बिल्डिंग

भारत सरकार की वित्त पोषित सीपीएस योजना के तहत 8495 वर्ग फुट में बाल सुधार गृह बनाया जाएगा। जिसमें आवासीय कक्ष, शिक्षण कक्ष, रोगी प्राथमिक उपचार कक्ष, रसोई घर, भोजन कक्ष, भंडार गृह, पुस्तकालय, शयन कक्ष, मनोरंजन कक्ष, स्नानघर, शौचालय, कार्यालय कक्ष, अधीक्षक कक्ष, अधीक्षक आवास, परामर्श और मार्गदर्शन कक्ष, कार्यशाला, किशोर न्याय बोर्ड व बाल कल्याण समिति को दो कक्ष बनाए जाएंगे।

बरेली जाते थे किशोर

विधि का उलंघन्न करने वाल किशोर अब तक बरेली के बाल गृह में जाते थे। बदायूं जिले में कोई बाल सुधार गृह नहीं था, इसलिए बरेली के बाल गृह में भेजे जाते। बदायूं के अलावा भी कई जिलों में नहीं थे। इसलिए महिला कल्याण विभाग बनवा रहा है। जिसमें बदायूं के अलावा बाराबंकी, सीतापुर, रायबरेली, शाहजहांपुर, बिजनौर, अलीगढ़, गाजीपुर, आजमगढ़, महाराजगंज, झांसी, बहराइच, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, फिरोजाबाद, प्रतापगढ़, औरेया, सिद्धार्थनगर, महोबा, जौनपुर, संभल व एटा जिले में भी बाल किशोर सुधार गृह बनाया जाएगा।

सरकार ने प्रस्ताव मांगा था। डीएम-सीडीओ के निर्देशन में जगह चिह्नित करा दी है, बाईपास पर 87 लाख से बनाया जाएगा। अब तक बरेली बाल सुधार गृह में बच्चे रहते थे। इसलिए जिला मुख्यालय पर बाल सुधार गृह बनाया जाएगा।
अनिल कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी

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