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खंडहर हो गई सीएचसी की बिल्डिंग, कागजों में चल रही स्टाफ की ड्यूटी 

कस्बा में लाखों की लागत से बना चुन्नी लाल महिला अस्पताल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने यहां न तो डॉक्टर की तैनाती की है और न ही चिकित्सा सेवाएं शुरू की गई हैं। चिकित्सा सेवाओं को...

खंडहर हो गई सीएचसी की बिल्डिंग, कागजों में चल रही स्टाफ की ड्यूटी 
बदायूं वजीरगंज। हिन्दुस्तान टीमThu, 27 Feb 2020 01:20 PM
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कस्बा में लाखों की लागत से बना चुन्नी लाल महिला अस्पताल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने यहां न तो डॉक्टर की तैनाती की है और न ही चिकित्सा सेवाएं शुरू की गई हैं। चिकित्सा सेवाओं को लेकर लोग परेशान हैं और केंद्र होने के बाद भी उपचार नहीं मिल पाता है। नगर में वर्षों पहले सेठ चुन्नी लाल वाष्र्णेय ने स्वास्थ्य महकमे को इस उद्देश्य से दान में दी थी कि नगर समेत देहात इलाके की जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।

वर्तमान में यह इमारत भुतहा हवेली बन कर रह गई है। वहां वर्षों से किसी महिला डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई। शुरू में तो यहां रोज ही नगर समेत इलाके महिला रोगियों की भीड़ जुटी रहती थी। अब रोगियों ने आना ही बंद कर दिया है। वर्षों से हालत यह कि बिल्डिंग में जगह-जगह दरारें पड़ गई हैं। गेट को भी दीमक खा चुकी है और बिल्डिंग की हालत कबाड़ खाना से ज्यादा बदत्तर हो गई है। अस्पताल के बाहरी गेट से घुसते ही दुर्गंध के कारण भीतर घुसना मुश्किल  हो गया है। इमारत कभी भी गिर सकती है। इसकी शिकायत ग्राम बीरमपुर निवासी बनवारी लाल ने की है। बताया कि सीएचसी पर डिब्बों में लाल पीली गोलियां रखी हैं और चिकित्सा उपकरण जंग खा रहे हैं।

वार्डव्बॉय के हवाले केंद्र

महिला सीएचसी की पूरी इमारत पर एक बार्ड व्बॉय ने अस्थायी रूप से कब्जा कर लिया है। वहां उसकी पत्नी अवैध रूप से गर्भवती महिलाओं का प्रसव करती है। अस्पताल में एक एएनएम और संविदा कर्मचारी की तैनाती भी है। मगर, तैनात स्टाफ कभी कभार ही देखाई देता है।

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