हरजरतपुर में रामगंगा में पलटी नाव, नौ को बचाया
कंट्रोल रूम में हजरतपुर गांव के पास गंगा में नाव पलटने से 9 लोगों के डूबने का जैसे ही मैसेज चला तो प्रशासन ने लेकर पुलिस अफसरों में हड़कंप मच...
कंट्रोल रूम में हजरतपुर गांव के पास गंगा में नाव पलटने से 9 लोगों के डूबने का जैसे ही मैसेज चला तो प्रशासन ने लेकर पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। आननफानन में आपदा से जुड़े सभी विभागों के अफसर मौके की ओर दौड़ पड़े।
इसी बीच एसडीआरएफ की टीम ने नाव पलटने से नदी में डूब रहे लोगों को न केवल सुरक्षित बाहर निकाला बल्कि एंबुलेंस से गांव के प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए शरणस्थल में पहुंचाया जहां उसका उपचार किया गया। इसी बीच मौके पर डीएम, एसएसपी, सीडीओ, एडीएम वित्त, एसपी देहात सहित जिलास्तरीय अधिकारी व दातागंज तहसील के अधिकारी मौके पर पहुंचे। यह केवल मार्क ड्रिल था, जिससे प्रशासन को बाढ़ की सूरत में फंसे लोगों को बचाने व उन्हें सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचाने के लिए अभ्यास था, जिससे किसी भी आपदा के लिए सभी विभाग तालमेल के साथ काम कर सकें।
गुरुवार को तहसील दातागंज के गांव हजरतपुर में रामगंगा नदी के तट पर डीएम दिनेश कुमार सिंह ने एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी, सीडीओ निशा अनंत, एडीएम वित्त एवं राजस्व नरेंद्र बहादुर सिंह, एससी देहात डॉ. सुरेंद्र सिंह एवं एसडीएम दातागंज कुंवर बहादुर सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित वाले ग्रामों का स्थलीय निरीक्षण किया। यहां डीएम के मॉक ड्रिल में ग्रामीणों ने डूबकर दिखाया, जिन्हें गोताखोर और मल्लाहों ने बखूबी बचाने का काम करके दिखाया।
जिसमें नौ लोग सवार नाव को डुबाया गया, फिर बचाया गया है। डूबे हुए लोगों के पेट से पानी निकाला गया। वहीं प्राथमिक विद्यालय में राहत केद्र बनाया गया है। वहीं पूर्ति विभाग की ओर से ग्रामीणों को भोजन कराया गया। डीएम ने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। बाढ़ आने पर किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होगी, बचाव, राहत कार्य जारी रहेगा। बाढ़ आने की स्थिति में सभी लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाए।
क्लोरीन की गोली का करो इस्तेमाल
बाढ़ के बाद संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ग्रामीण पीने के 20 लीटर पानी को उबालकर उसमें क्लोरीन की एक गोली डालकर आधे घंटे पेयजल के रूप में प्रयोग करें। कीमती सामान बांधकर रखें एसएसपी ने कहा कि बाढ़ आने से पूर्व ग्रामीण अपना कीमती सामान बांधकर रखें, जिससे बाढ़ आने पर सामान को उठाकर भागा जा सके। हमेशा शुद्ध पेयजल का ही प्रयोग करें। इस मौके पर एसपी देहात डॉ. एसपी सिंह, सीवीओ डॉ. एके जादौन मौजूद थे।
प्रधान कराएं छिड़काव
ग्राम प्रधान का दायित्व है कि गांव में नियमित रूप से एंटी लार्वा का छिड़काव एवं फॉगिंग कराएं। गांव में यदि कोई व्यक्ति बीमार होता है तो प्रधान, आंगनबाड़ी एवं आशा की जिम्मेदारी है कि उसे झोलाछाप के पास न ले जाकर सीधे सीएचसी, पीएचसी व जिला अस्पताल ले जाए।
एंबुलेंस की मिलेंगी सेवाएं
डीएम ने कहा कि आपातकालीन परिस्थिति में 108 पर कॉल करके एंबुलेंस की सेवाएं ले सकते हैं।
आटा से लेकर आलू तक मिलेगी सामग्री
डीएम ने लोगों को बताया कि बाढ़ आने पर ग्रामीणों को 16 प्रकार की सामग्री वितरित की जाएगी, जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 05 किलो लाई, 02 किलो भुना चना, 02 किलो अरहर दाल, 500 ग्राम नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम धनिया, 05 लीटर केरोसिन, एक पैकेट मोमबत्ती, एक पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, एक लीटर रिफाइंड तेल तथा 10 क्लोरीन की टैबलेट उपलब्ध होंगी।