सरकारी भूमि पर लेखपाल बुआएं चारा : डीएम
छुट्टा पशुओं को लेकर जिला प्रशासन काफी गंभीर है। प्रशासन द्वारा लगातार गांव-गांव पशु आश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं और उन स्थलों पर पशुओं को पकड़कर रखा जा रहा...
छुट्टा पशुओं को लेकर जिला प्रशासन काफी गंभीर है। प्रशासन द्वारा लगातार गांव-गांव पशु आश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं और उन स्थलों पर पशुओं को पकड़कर रखा जा रहा है।
अब डीएम ने लेखपाल व ग्राम प्रधानों को सरकारी जमीन पर चारा बोने की जिम्मेदारी दी है। इसमें उत्कर्ष कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया है।मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों के संबध में ब्लाक वजीरगंज की समीक्षा की गई। अस्थाई गौशाला निर्माण करने वाले 32 ग्राम प्रधानों को डीएम ने पुष्प माला पहनाकर सम्मानित किया।
उन्होंने निर्देश दिया कि ग्राम सभा की सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से बोई गई फसल को संबंधित बोने वालों को लेखपाल सूचित करें कि बोई गई फसल के बराबर पैसे या भूसा उपलब्ध कराएं। फसल की लागत न देने वालों की फसल को काटवाकर पशुओं को खिलाया जाए। गांव के लोग अस्थाई पशु आश्रय में रहने वाले पशुओं के लिए चारा दान करें।
पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था लेखपाल एवं ग्राम प्रधान मिलकर ग्राम समाज की सरकारी भूमि पर चारा बुआएं। आवारा पशु छोड़ने वाले लोगों को अब जेल भेजा जाएगा। इस मौके पर सीवीओ डॉ. ऐके जादौन मौजूद रहे।