47 झोलाछाप पड़ गए पुलिस के फेरे में
28 जून को बैठक में डीएम दिनेश कुमार सिंह व एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने सीएमओ व नोडल अफसर को सूची सौंपी थी, जिसके अनुसार छापामारी कर अलग-अलग दिनों में 47 झोलाछाप पर मुकदमा दर्ज कराया...
28 जून को बैठक में डीएम दिनेश कुमार सिंह व एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने सीएमओ व नोडल अफसर को सूची सौंपी थी, जिसके अनुसार छापामारी कर अलग-अलग दिनों में 47 झोलाछाप पर मुकदमा दर्ज कराया है।
पुलिस और प्रशासन द्वारा जिले भर तैयार कराई गई सूची के बाद स्वास्थ्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएम-एसएसपी ने स्वास्थ्य विभाग को एक-एक झोलाछाप दुकान की सूची सौंपी और झोलाछाप का नाम-पता बताए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से 47 झोलाछापों के खिलाफ अलग अलग थानों में मुकदमा दर्ज कराया गया।
सीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद और एसीएमओ एवं जिला पंजीकरण सेल/झोलाछाप नोडल अधिकारी डॉ. मंजीत सिंह ने उझानी, कादरचौक, जरीफनगर एवं मुजरिया थाना क्षेत्र में पकड़े गए झोलाछाप पर कार्रवाई की है। सीएमओ व एसीएमओ ने थानेदारों को सूची भेजकर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया है।
28 जून को बैठक में डीएम दिनेश कुमार सिंह व एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने सीएमओ व नोडल अफसर को सूची सौंपी थी, जिसके अनुसार छापामारी कर अलग-अलग दिनों में 47 झोलाछाप पर मुकदमा दर्ज कराया है। स्वास्थ्य विभाग ने मुकदमा दर्ज कर झोलाछापों को नोटिस भी जारी किया है। इसमें कादरचौक 16, उझानी 15, जरीफनगर 12 और मुजरिया में चार झोलाछाप पर मुकदमा दर्ज हुआ है। इस बड़ी कार्रवाई के बाद झोलाछापों में हड़ंकप मच गया है।
जिले में गांव, गलियों में झोलाछापों ने क्लीनिक खोल रखे हैं, जिसकी वजह से मरीज सरकारी अस्पताल नहीं आ पाते हैं, झोलाछाप की ऐसी-वैसी दवा खाकर और बीमार हो रहे हैं, किसी भी झोलाछाप का क्लीनिक नहीं चलने दिया जाएगा।
दिनेश कुमार सिंह, डीएम
जिले में झोलाछापों की संख्या ज्यादा है, पुलिस व प्रशासन ने भी सर्वे करके 700 झोलाछाप बताए थे, तभी से झोलाछापों के खिलाफ अभियान जारी है। पिछले समय में मुकदमा दर्ज करा चुके हैं इस बार भी 47 पर कार्रवाई की है, कोई भी झोलाछाप छोड़ा नहीं जाएगा।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सीएमओ