ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश बदायूंजिले में 24 टीमें सक्रिय, फिर भी सात की मौत

जिले में 24 टीमें सक्रिय, फिर भी सात की मौत

बुधवार को वजीरगंज ब्लाक के पेंपल स्थित स्कूल में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में मरीजों का स्वास्थ परीक्षण करते डाक्टर, मौजूद...

जिले में 24 टीमें सक्रिय, फिर भी सात की मौत
हिन्दुस्तान टीम,बदायूंThu, 06 Sep 2018 01:47 AM
ऐप पर पढ़ें

संक्रामक रोगों पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में 24 टीमों को लगा रखा है वहीं 18 स्थानों पर जांच कराने की व्यवस्था कर रखी है। जिससे जनता को समय पर उपचार और जांच मिल जाए। इसके बाद भी विभाग के संसाधान बौने साबित हो रहे हैं।

जिसकी वजह से जिले में लगातार संक्रामक रोग फैल रहे हैं। सात मौतों के बाद अब बुखार से मरने वालों का आंकड़ा 63 पर पहुंच गया है। बुधवार को अलग-अलग ब्लाक व गांव से सात लोगों की मौत हुई है। इसके बाद बुखार से मरने वालों की संख्या 63 पर पहुंच गई है। बुखार को लेकर जिले में चाहे सीएचसी-पीएचसी हो या फिर जिले में मुख्यालय के अस्पताल बेहाल दिखाई दिए हैं।

उपचार और दवाओं के लिए मरीजों के बीच मारामारी की स्थिति रही है। वहीं अकेले जिला अस्पताल में ही बुधवार को सौ से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया है जिसमें करीब 80 बुखार से पीड़ित थे। इससे साफ हो गया है कि जिले में बुखार की स्थित लगातार खराब होती जा रही है, संक्रामक रोग बढ़ने से जिले में हाहाकार मच गया है।

बुखार से बालक की मौत

बुधवार आसफपुर ब्लाक क्षेत्र ते गांव सुरैनी में बुखार से एक बालक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव निवासी अखिलेश 8 वर्ष पुत्र दिनेश यादव को तेजी से बुधवार को बुखार आया और कुछ देर गंभीर हालत में रहा। इसके बाद बालक की मौत हो गई। बालक की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

इधर ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में दर्जन भर ज्यादा बच्चे व बडे़ लोग बीमारी से जूझ रहे हैं। बीमार लोग ऊमा, अमित, संगीता, राजवती, श्याकली, प्रियंका, नीलम, सत्यवती, विनोद निवलू, उदयवीर, रबि, लता, सुशांत, अन्नू, पीताम्बर, राजवती बीमार हैं।

बच्चे समेत किसान की बुखार से मौत

आसफपुर ब्लाक के गांव गहोरा में बुखार से किसान एवं छात्र की मौत हो गई। वहीं मृतक छात्र की मां और बहन सहित दर्जन भर से अधिक बच्चे एवं बड़े बुखार से बीमार हैं। ग्राम प्रधान संजीव यादव ने संक्रामक रोगों की अफसरों को जानकारियां दीं और आसफपुर चिकित्सा प्रभारी डॉ. नवनीत कुमार के नेतृत्व में टीम पहुंच गई है। गांव गहोरा निवासी मोहन सिंह पुत्र गंगाराम की मंगलवार रात बुखार से हालत बिगडी और बुधवार की सुबह को मौत हो गई। जिससे परिवार में कोहराम मच गया है। वहीं आठ घंटे बाद गांव में निवासी संजू यादव पुत्र नेत्रपाल यादव 12 वर्ष की बुखार के इलाज के दौरान मौत हो गई।

इधर मृतक की मां सुनैना पत्नी नेत्रपाल 42 वर्षीय एवं बहन मीनाक्षी 9 वर्षीय भी बुखार से बीमार हैं। इसके अलावा गांव में वीरेश, सुमित, राजकुमार, निशा, पंकज, सहित दर्जन भर से अधिक लोग बुखार से बीमार हैं। वहीं, संक्रामक रोगों की तबाही ब्लाक क्षेत्र में बरकार बनी हुई है, रोजाना बुखार के चलते मौत हो रही है और जनता के बीच हाहाकार मचा हुआ है। इसी बीच बुखार की चपेट में आने से अलग-अलग तीन ग्रामों में तीन की मौत हो गई है। बुखार की चपेट में आने से दर्जनों लोग बीमार हो गए हैं। वहीं बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी सक्रिय रहीं है।

ब्लॉक जगत क्षेत्र के गांव खुनक निवासी माया देवी 50 की बुखार की चपेट में आने से बीती रात मौत हो गई। उधर इसी ब्लॉक क्षेत्र के गांव सरोरा निवासी कुंवरपाल की 5 वर्षीय पुत्री संगीता की बुखार की चपेट में आने से बुधवार को मौत हो गई। उधर ब्लॉक सलारपुर क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर बिहार निवासी राजू सागर की पत्नी प्रीति सागर 30 कि बुखार की चपेट में आने से मौत की शिकार हो गई। जबकि इन तीनों ग्रामों में दर्जनों लोग बुखार की चपेट में आने से बीमार पड़े हुए हैं। ग्राम प्रधान बबलू ने बताया गांव में अब तक 4 मौतें 8 दिन के अंदर हो चुकी हैं। लेकिन शिकायत के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में नहीं पहुंची है। जिससे लोग आसपास में बैठे झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने को मजबूर हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें