देश के जाने-माने साहित्यकारों, लेखकों, बुद्धिजीवियों, वकीलों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं आदि की गिरफ्तारी के विरोध में नागरिक मंच ने प्रतिरोध मार्च निकाला। इस दौरान उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित कर उत्पीड़ित करने का आरोप लगाते हुए डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
नागरिक मंच के लोगों ने कहाकि विख्यात जनकवि वरवर राव को तत्काल रिहा किया जाय और उनके समुचित इलाज की व्यवस्था की जाय। वरवर राव के साथ बंद प्रसिद्ध लेखक आनंद तोल तुंबड़े, गौतम नवलखा, डॉ. सुधा भारद्वाज, वरनॉन गोंजाल्विस व अरूण फरेरा सहित भीमा कोरगॉव मामले के सभी कथित आरोपियों को तत्काल रिहा किया जाय। डॉ. जीएन साईबाबा सहित सीएए, एनआरसी, एनपीआर विरोधी आंदोलनकारियों पर लगे सभी फर्जी मुकदमे रद्द कर उन्हें तत्काल रिहा किया जाय। डॉ. कफील सहित सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाय। जनसरोकारों से जुड़े बुद्धिजीवियों का दमन-उत्पीड़न बंद किया जाय तथा असहमति व राजनीतिक विरोध की आवाज को कुचलने की कार्रवाई पर रोक लगाई जाय। इस मौके पर डॉ. रवीन्द्र नाथ राय, सपा निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, जयप्रकाश नरायन, ओमप्रकाश सिंह, राहुल, प्रशांत, राजेश, अंकेत, अनिल कुमार राय, इंद्रभूषण, सच्चिदानंद राय, संतोष यादव, दुर्गेश, मुलायम आदि मौजूद रहे।