जूनियर स्कूल की रसोंई घाघरा नदी में विलीन
आजमगढ़। जिले के उत्तर उत्तरी छोर पर प्रवाहित होने वाली घाघरा नदी का जलस्तर अपने न्यूनतम स्तर से नीचे चला गया है। लेकिन घाघरा नदी अपने तटवर्ती क्षेत्रों में पड़ने वाले गांव के पास कटान कर रही है। कटान...
आजमगढ़। जिले के उत्तर उत्तरी छोर पर प्रवाहित होने वाली घाघरा नदी का जलस्तर अपने न्यूनतम स्तर से नीचे चला गया है। लेकिन घाघरा नदी अपने तटवर्ती क्षेत्रों में पड़ने वाले गांव के पास कटान कर रही है। कटान के चलते जूनियर विद्यालय देवाराखास राजा का किचन का कमरा आज कटकर घाघरा नदी में विलीन हो गया। घाघरा नदी की धारा का पानी का झुकाव आजमगढ़ जिले की ओर हो गया है। घाघरा नदी अपने तटवर्ती गांव बगहवा ,वासु का पुरा, झगरहवा ,साधु का पुरा ,आदी गांव के पास कटान कर रही है । बगहवा में 68 परिवार निवास करता है जिसमें 13 लोगों का मकान का घाघरा नदी के कटने के कगार पर है । झगड़ हवा गाव में कुल 50 लोग निवास करते हैं जिसमें 10 लोगों का मकान घाघरा नदी के निशाने पर है। साधु का पूरा में 75 लोग निवास करते हैं जिसमें 14 लोगों का आवास घाघरा नदी के कटान के मुहाने पर है। बासु का पुरा में 16 लोग निवास करते हैं यह लोग घाघरा की कटान के जद मे आ गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घाघरा नदी का पानी घटने के बाद मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है क्योंकि जगह-जगह पानी गड्ढों में पानी सड़ने से दुर्गंध आ रही है लोगों संक्त्रामक रोगों की चपेट में आ रहे हैं।