बजरंग त्रिपाठी ने शिक्षा को दिया बढ़ावा : ओमप्रकाश
Azamgarh News - प्रोफेसर बजरंग त्रिपाठी का व्यक्तित्व दूरदर्शी था और उनका उद्देश्य समाज के लोगों को शिक्षित करना था। उनके निधन से बड़ी क्षति हुई है। उन्होंने वंचित बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए कई पहल कीं। उनके...

आजमगढ़, संवाददाता। प्रोफेसर बजरंग त्रिपाठी का व्यक्तित्व बहुत दूरदर्शी था। उनका उद्देश्य प्रत्येक समाज के लोगों को शिक्षित करना था। उनके निधन से बड़ी क्षति हुई है। ये बातें रविवार देर शाम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहीं। जहांगीरगंज स्थित आवास पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि प्रोफेसर बजरंग त्रिपाठी का पूरा जीवन शिक्षा और बाल कल्याण के उत्थान लिए समर्पित रहा। प्रो. त्रिपाठी के अंदर न केवल एक कुशल प्रबंधन की क्षमता थी, बल्कि वे एक संवेदनशील शिक्षाविद्, चिंतक और मार्गदर्शक भी थे। उन्होंने समाज के वंचित तबके के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अनेक पहल की।
उनकी सोच थी कि शिक्षा के जरिए समाज और राष्ट्र की उन्नति संभव है। इसी उद्देश्य को आधार बनाकर उन्होंने अपने सोसाइटी की नींव रखी। इसी नींव के जरिए प्रारंभिक शिक्षा से लेकर सभी क्षेत्रों में उच्च शिक्षण संस्थान खोले। प्रदेश के मुख्य पूर्व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने भी उनके योगदान को देखकर उन्हें पूर्वांचल के मालवीय की संज्ञा दी। सोसाइटी के चेयरमैन व उनके छोटे भाई डॉक्टर कृष्ण मोहन त्रिपाठी ने उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में प्रमुख रूप से पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ रवि कुमार छवि, आजमगढ़ में पुलिस अधीक्षक रहे दिनेश चंद दुबे, राजेंद्र यादव, अयाज अहमद, शिव गोविंद सिंह, विजय बहादुर सिंह, सेंट्रल बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता आद्या प्रसाद सिंह आदि शामिल रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




