मानदेय के लिए किया प्रदर्शन
एक साल से अधिक समय से मानेदय न मिलने से आक्रोशित ग्राम रोजगार सेवकों ने सोमवार को कलक्ट्रेट कार्यालय से विकास भवन तक जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। विकास भवन के सामने धरना दिया और जमकर नारेबाजी की,...
एक साल से अधिक समय से मानेदय न मिलने से आक्रोशित ग्राम रोजगार सेवकों ने सोमवार को कलक्ट्रेट कार्यालय से विकास भवन तक जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। विकास भवन के सामने धरना दिया और जमकर नारेबाजी की, जल्द समाधान न होने पर आंदोलन की चेतवानी दी। रोजगार सेवकों ने सीडीओ को 17 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया।
ग्राम रोजगार सेवक संघ के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि मनरेगा योजना में श्रमिकों को रोजगार देने की गारंटी दी जाती है। इस योजना में काम करने वाले रोजगार सेवकों के मानदेय की कोई गरंटी नही है। छह हजार रुपये प्रतिमाह मिलने वाला मानदेय डेढ़ साल से नही मिल रहा है। कन्टीजन्सी के पैसे से मानदेय देने का प्रावधान है लेकिन यह पैसा कहां खर्च हो रहा है कुछ पता नही है। इंदल यादव ने कहा कि ग्राम रोजगार सेवकों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। रमाशंकर ने कहा कि जबतक हमारी समस्या का समाधान नही हो जाता तबतक आंदोलन जारी रहेगा। शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि ग्रामपंचायतो में प्रधान कंप्यूटर आपरेटर की मिली भगत से फर्जी जॉब कार्ड बना देते हैं। रोजगार सेवकों के साथ प्रधान की ओर से ठीक व्यवहार नही किया जाता है, इस लिए नियंत्रण डीसी मनरेगा से करने की मांग की। मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मी अपना मानदेय हर माह ले रहे है और रोजगार सेवकों को इससे वंचित रखा जा रहा है। मानदेय न मिलने से आर्थिक दबाव झेलना पड़ रहा है। रोजगार सेवकों से आर्थिक गणना, बेस लाइन सर्वे, रैपिड सर्वे, सहित अन्य अतिरक्ति काम लिया जाता है और समय से मानदेय नही दिया जाता है। सहित अन्य 17 सूत्रीय मांग पत्र सीडीओं को सौपा। इस अवसर पर गिरधारी, विजय, पवन, राकेश, रामविनय, सुभाष, ओम प्रकाश, नागेश्वर, मनीष, कमलेश, ईश्वर शरण, नीरज, जियूत, अनुज, राजेश, अभिषेक, रामबचन सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।