मुबारकपुर थाने पर बिजली का 1.7 लाख बकाया
दूसरों पर मुकदमा लिखने वाली पुलिस आखिर अपने ऊपर कब मुकदमा लिखेगी। मुबारकपुर थाने में थानाध्यक्ष के नाम से एक लाख सात हजार दो सौ बावन रुपये बिजली बिल बकाया है। वहीं इतने बड़े थाने में थानाध्यक्ष के...
दूसरों पर मुकदमा लिखने वाली पुलिस आखिर अपने ऊपर कब मुकदमा लिखेगी। मुबारकपुर थाने में थानाध्यक्ष के नाम से एक लाख सात हजार दो सौ बावन रुपये बिजली बिल बकाया है। वहीं इतने बड़े थाने में थानाध्यक्ष के कार्यालय व आवास के नाम पर केवल पांच-पांच सौ वाट का कनेक्शन लिया गया है। इसमें कार्यालय की बिल 2013 के बाद बनी ही नहीं और आवास की बिल अगस्त 2017 तक की बनी हुई है।
आम आदमी के बकाये बिल को जमा कराने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी बिजली का कनेक्शन तत्काल कटवा देते हैं और वसूली के लिए जेल तक पहुंचाने का काम बड़ी ईमानदारी से करते हैं। वहीं थानाध्यक्ष मुबारकपुर के कार्यालय के नाम से वर्ष 2013 तक 63 हजार 246 रुपये बकाया है और 2013 के बाद आज तक बिल ही नहीं बनी है। वहीं आवास का आलम यह है कि अगस्त 2017 तक थानाध्यक्ष के नाम पर 44 हजार छह रुपये बकाया चल रहा है। जो आज तक जमा ही नहीं किया गया है। इतने बड़े थाने में सिपाहियों को रहने के लिए दो नये बैरक बने है, जो 30-30 बड़े के पुराने बैरक में मेस चल रहा है। थानाध्यक्ष एवं उपनिरीक्षक के लिए छह आवास बनाये गये हैं और लगभग 20 आवासीय कमरे बने हुए हैं। सभी लोगों के यहां बिजली से संचालित होने वाली सारी सुख सुविधाएं उपलब्ध है। चाहे वह फ्रिज, कूलर, पंखा या अन्य भी और कनेक्शन के नाम पर बीपीएल कार्ड धारक के बराबर एक कनेक्शन थानाध्यक्ष के आवास पर 500 वाट और दूसरा कनेक्शन कार्यालय के नाम पर 500 वाट का है। जिसका बिल आज तक जमा नहीं हुआ। ऐसी स्थिति में यह मामला न तो बिजली चोरी का है और ना ही बकाये बिल का फिर भी चकाचक लाइन चल रही है।