साथ जीने-मरने पर अड़ा प्रेमी युगल परिणय सूत्र में बंधा
साथ जीने मरने की कसमे खाने वाले प्रेमी युगल के जिद के आगे दोनों के परिजनों को झुकना पड़ा और ग्राम प्रधान की पहल से परिजनों के राजी होने पर दोनों परिणय सूत्र में बंध गए। फूलपुर तहसील क्षेत्र के एक...
साथ जीने मरने की कसमे खाने वाले प्रेमी युगल के जिद के आगे दोनों के परिजनों को झुकना पड़ा और ग्राम प्रधान की पहल से परिजनों के राजी होने पर दोनों परिणय सूत्र में बंध गए।
फूलपुर तहसील क्षेत्र के एक गांव का 20 वर्षीय युवक पड़ोसी गांव की 19 वर्षीया युवती से बीते तीन साल से प्रेम प्रसंग था लेकिन बालिग न होने की वजह से एक दूसरे के होने को लेकर चिंतित थे। बालिग होने के बाद दोनों अपने विवाह के बारे में परिजनों को बताया, लेकिन स्वजाति न होने के चलते दोनों के परिवार वाले सहमत नहीं हुए। परिजनों के नाराजगी के बीच भी दोनों लगातार एक दूसरे से मिलते रहे।
शुक्रवार की सुबह लड़के के परिवार वाले क्षेत्र के ग्राम प्रधान सियाराम यादव से मिले। प्रधान ने दोनों पक्षों को गांव के बाहर राधा कृष्णा के मंदिर पर बुलवाया। दोनों पक्षों के लोगों ने प्रेमी युगल को समझाने की नाकाम कोशिश की, प्रेमी युगल साथ जीने और मरने की कसम पर अड़ गए। अंत में दोनों के परिजनों को झुकना पड़ा। ग्रामीणों की मौजूदगी में प्रेमी युगल की विधिपूर्वक जयमाल, सिंदूर दान रस्म हुई और साथ ही तहसील से शपथपत्र मंगवाकर पुख्ता रस्म अदायगी हुई।