अहिबरन जयंती पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों से मोहा मन
कस्बा स्थित एक निजी विद्यालय में रविवार की देर शाम फूलपुर बरनवाल समाज के तत्वाधान में आदिपुरूष महाराजा अहिबरन की जयंती खूब धूमधाम से मनायी गई। इस...
फूलपुर। हिन्दुस्तान संवाद
कस्बा स्थित एक निजी विद्यालय में रविवार की देर शाम फूलपुर बरनवाल समाज की ओर से महाराजा अहिबरन की जयंती खूब धूमधाम से मनायी गई। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम में महिलाओं व बच्चों ने अपनी प्रस्तुति देकर सभी लोगो का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य आतिथि एडीजे प्रतापगढ़ नीरज बरनवाल अध्यक्ष अतुल बरनवाल व मानिक चन्द बरनवाल ने महाराजा अहिबरन के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया। समाज के बच्चों ने रंगोली, कला प्रतियोगिता, कुर्सी दौड़, जलेबी दौड़ व अन्य खेलकूद प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। बच्चों व महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम से सभी का मन मोह लिया। वहीं छोटे छोटे बच्चें फिल्मी गीतों पर जमकर थिरके। कार्यक्रम में समाजसेवी राम आशीष बरनवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने बरनवाल जाति को पिछड़ी जाति में सम्मिलित करने का बिल पास कर राज्य सरकार को उक्त जाति में सम्मिलित करने का अधिकार दे दिया है। राज्य सरकार अविलम्ब बरनवाल जाति का प्रमाणपत्र का शासनादेश जारी करे। महाराजा अहिबरन बुलन्दशहर के राजा थे जिनका प्राचीन नाम बरन था। वर्तमान समय मे बरनवालों को महाराजा अहिबरन का वंशज कहा जाता है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी महिलाओं और पुरुषों ने एकजुट होकर आदि पुरूष महाराजा अहिबरन के पद चिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन विद्यासागर बरनवाल ने किया। फूलपुर बरनवाल समाज के अध्यक्ष अतुल बरनवाल व संयोजक अवनीश बरनवाल ने सभी का आभार जताया।
इनकी रही मौजूदगी
फूलपुर। इस मौके पर उपजिलाधिकारी फूलपुर ज्ञानचंद गुप्ता, शिवगोपाल सिंह, मानिक चन्द बरनवाल, राम आशीष बरनवाल, सदानंद बरनवाल, राधेश्याम बरनवाल, ज्ञानेश्वर बरनवाल, संजीव बरनवाल, अवनीश बरनवाल, दयारानी बरनवाल, कमल बरनवाल, सविता बरनवाल, अवधेश बरनवाल आदि मौजूद रहे।
