मुख्यालय से भेजा गया 50 टायर, मिलेगी राहत
आजमगढ़। टायर के अभाव में रोडवेज विभाग की कुल 27 बसें काफी दिनों से खड़ी थी। इन बसों का पहिया न डोलने से जहां विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपये का घाटा हो...

आजमगढ़। टायर के अभाव में रोडवेज विभाग की कुल 27 बसें काफी दिनों से खड़ी थी। इन बसों का पहिया न डोलने से जहां विभाग को प्रतिदिन लाखों रुपये का घाटा हो रहा था। बल्कि सड़कों पर बसों की संख्या कम होने से जनता परेशान हो रही थी। हिन्दुस्तान अखबार ने 31 अगस्त के अंक में इस समस्या को
टायर के अभाव में खड़ी रोडवेज की 27 बसें शीर्षक से प्रमुखता से उठाया था। जिसे संज्ञान में लेते हुए मुख्यालय से विभाग को 50 टायर सहित अन्य बसों के प्रमुख मोटर पार्ट्स को भेजा गया है। इन टायरों को बसों में लगाकर अब सड़कों पर दौड़ाने की तैयारी चल रही। आजमगढ़ डिपो के एआरएम आरडी राम ने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान लगे लाकडाउन की वजह से रोडवेज बसों का पहिया भी रुक गया था। बसों के खड़ा होने से बसों के टायर खराब हो गए थे। पहली लहर का माहौल सामान्य होने के बाद विभाग आर्थिक तंगी से ऊपर आगे की सोच पाता कि दूसरी लहर ने पांव पसार लिए। ऐसे में 27 बसों के टायर बिलकुल खराब हो जाने की वजह से बसें डिपो परिसर में खड़ी हो गई। दूसरी लहर सामान होने के बाद बसों के लिए टायर की डिमांड की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही थी। एआरएम ने बताया कि जिस-जिस रोड पर इन बसों का संचालन हो रहा था। वहां बसें कम हो जाने से यात्रियों को परेशानी हो रही थी। रोडवेज विभाग के इस समस्या को हिन्दुस्तान अखबार ने 31 अगस्त के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसे संज्ञान में लेते हुए मुख्यालय से 50 टायर के साथ बसों के कई प्रमुख पार्ट्स भेजा गया है। जिससे विभाग की जहां मुश्किलें कुछ हद तक आसान होंगी। साथ ही बसों का संचालन होने से यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा। एआरएम ने बताया कि 50 टायर सहित अन्य जरुरी सामान आए हैं। और भी कई महत्वपूर्ण पार्ट्स और टायर जल्द भेजने का आश्वासन दिया गया है।
