
आजम खां का दिखा दबदबा, अकेले मिलने गए अखिलेश यादव; कहा था- कोई तीसरा नहीं हो
संक्षेप: यूपी की राजनीति में बुधवार को रामपुर में जो कुछ हुआ अपने आप में किसी हाई वोल्टेज ड्रामा से कम नहीं रहा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने भी आजम खां का दबदबा साफ दिखाई दिया है। आजम खां ने कहा था कि मुलाकात में कोई तीसरा नहीं होगा। ऐसा ही हुआ। अखिलेश अकेले मिलने पहुंचे।
यूपी की राजनीति में बुधवार को रामपुर में जो कुछ हुआ अपने आप में किसी हाई वोल्टेज ड्रामा से कम नहीं रहा। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने भी आजम खां का दबदबा साफ दिखाई दिया है। आजम खां ने कहा था कि मुलाकात में कोई तीसरा नहीं होगा। आजम खां का इशारा रामपुर के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी की तरफ था। ऐसा ही हुआ भी। नदवी को बरेली में ही छोड़कर अखिलेश यादव रामपुर पहुंचे और अकेले ही आजम खां से मिले। आजम ने यह भी कहा था कि अखिलेश से केवल हम मिलेंगे, न मेरी पत्नी और न मेरा बेटा अब्दुल्ला उनसे मुलाकात करेगा। यही हुआ भी। अखिलेश की केवल आजम खां से मुलाकात हुई।

दरअसल 23 महीने तक जेल में रहने के दौरान आजम खां से मिलने अखिलेश यादव कभी नहीं जा सके थे। इसी बीच जमानत पर आजम के रिहा होते ही कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गईं। सबसे ज्यादा चर्चा आजम खां के सपा का साथ छोड़कर बसपा ज्वाइन करने को लेकर थी। यहां तक कहा जाने लगा कि लखनऊ में 9 अक्टूबर को आयोजित बसपा की रैली में आजम खां भी जा सकते हैं। इन अटकलों को विराम देने के लिए अखिलेश ने आजम से मुलाकात का ऐलान किया और बसपा की रैली से ठीक एक दिन पहले यानी 8 अक्टूबर की तारीख भी तय कर दी।
इससे पहले की अखिलेश यादव रामपुर आते आजम खां ने मीडिया के जरिए इशारों में कई शर्तें रख दीं। आजम खां ने साफ कर दिया कि अखिलेश आएंगे तो उनके साथ सेक्योरिटी के अलावा कोई नहीं होना चाहिए। न कोई राजनीतिक व्यक्ति और न कोई सामाजिक व्यक्ति होना चाहिए। आजम का इशारा रामपुर के सांसद नदवी की तरफ था। वह नदवी को अपने घर या अखिलेश और अपने बीच नहीं देखना चाहते थे। अखिलेश ने भी आजम की भावनाओं का पूरा कद्र किया और रामपुर के सांसद को ही रामपुर नहीं लाए। लखनऊ से बरेली विमान से पहुंचने के बाद अकेले ही हेलीकाफ्टर से रामपुर पहुंचे।
पत्नी तंजीन बेटे अब्दुल्ला से भी नहीं हुई मुलाकात
आजम खां ने यह भी कहा था कि अखिलेश मुझसे मिलने आ रहे हैं और केवल मुझसे ही मिलेंगे। न तो मेरी पत्नी से उनकी मुलाकात होगी और न ही बेटे अब्दुल्ला से वह मिलेंगे। हम दोनों की मुलाकात वन टू वन होगी। ऐसा ही हुआ भी है। अखिलेश यादव करीब डेढ़ घंटे तक आजम खां के घर में रहे लेकिन केवल आजम खां से ही मिले। पत्नी तंजीन और बेटे अब्दुल्ला से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। अखिलेश से मुलाकात के बाद इस पर सवाल हुआ तो आजम खां ने कहा कि पत्नी इलाज कराने गई हैं। बेटा मुकदमों को लेकर अदालतों के चक्कर लगा रहा है।

लेखक के बारे में
Yogesh Yadavयोगेश यादव हिन्दुस्तान में डिप्टी न्यूज एडिटर के पद पर हैं।
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