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दर्जनभर गांवों में हजारों एकड़ धान की फसल जलमग्न

बेला। संवाददाता जनपद के बिधूना विकास खंड व थाना बेला क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम...

दर्जनभर गांवों में हजारों एकड़ धान की फसल जलमग्न
हिन्दुस्तान टीम,औरैयाSun, 01 Aug 2021 11:32 PM
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बेला। संवाददाता

जनपद के बिधूना विकास खंड व थाना बेला क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मल्हौसी के दक्षिण स्थित ग्राम भोल पुरवा एवं बिहारीपुर के मध्य कंसुआ रजबहा पर बना साइफन अवरुद्ध हो गया है। इससे क्षेत्र के दर्जनों गांवों के किसानों की हजारों एकड़ धान की फसल जलमग्न होने से बर्बाद होने की संभावना पैदा गई है।

ग्राम भोलपुरवा के किसान प्रदीप कुमार पाल, निवादा के उदय प्रताप, अरविंद कुमार, विश्राम सिंह, श्रीकृष्ण अवनीश कुमार, राकेश कुमार, रोशन लाल, राजेंद्र गेंदालाल, रविंद्र ने बताया की ग्राम मल्हौसी के दक्षिण में ग्राम भोलपुरवा एवं बिहारीपुर के मध्य कंसुआ रजवाहा पर बना सायफन अवरुद्ध है। इस सायफन को करीब 6 माह पूर्व कंसुआ रजबहा के किनारे पक्के करने वाले ठेकेदार व कार्यरत मजदूरों ने दबंगई से तोड़कर इसका क्रास बंद कर दिया था। उन्होंने इसी सायफन के ऊपर बनी पुलिया भी क्षतिग्रस्त कर दी थी। जिससे रजबहा के दक्षिण तरफ से समस्त भूभाग भारी जलभराव की चपेट में आ गया है। फलत: आसपास बसी ग्राम भोल पुरवा, बिहारीपुर, नीमहार, नया पुरवा, बलीदासपुर, निवादा, जिंदपुर आदि ग्रामों की हजारों बीघा रोपित धान व अन्य फसलें जलमग्न होने से चौपट हो गई हैं। पीड़ित किसान प्रदीप कुमार पाल आदि ने बताया कि अगर तत्काल ग्राम भोलपुरवा बिहारीपुर के मध्य बना साइफन न खोला गया तो किसानों की हालत बद से बदतर हो जाएगी। किसानों ने बताया कि डीजल और खाद बीज, दवाओं की महंगाई की मार झेलकर बड़ी मुश्किल से धान की फसल रोपी थी। विगत तीन-चार दिनों से हुई अनवरत वर्षा से क्षेत्र में भारी जलभराव हो गया है। सायफन टूटने से क्षेत्र का जल निकास पूर्णतया बंद है। ग्रामीणों ने बताया कि शासन द्वारा साइफन व पुलिया बनवा कर नाला की सफाई करा दी जाए। तो किसानों की समस्या हल हो सकती है। किसानों ने जिलाधिकारी से तत्काल सुनवाई की मांग की है।

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