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कोरोना में फीका पड़ गया हरियाली तीज का पर्व

कोरोना संक्रमण के चलते हरियाली तीज के त्योहार पर बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। विक्री कम होने से गजक व पट्टी दुकानदार सन्नाटे में बैठे रहे। जिले में यह पर्व ठकुराइन तीज के नाम से मनाया जाता है। इस...

कोरोना में फीका पड़ गया हरियाली तीज का पर्व
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,औरैयाThu, 23 Jul 2020 10:35 PM
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कोरोना संक्रमण के चलते हरियाली तीज के त्योहार पर बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। विक्री कम होने से गजक व पट्टी दुकानदार सन्नाटे में बैठे रहे। जिले में यह पर्व ठकुराइन तीज के नाम से मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं भगवान शंकर व माता पार्वती का पूजन-अर्चन करती हैं।

जिले में हरियाली तीज का त्योहार ठकुराइन तीज के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग बाजारों से गजक, गुड़ या शक्कर की पट्टी बाजार से खरीद कर लाते हैं। और भगवान को भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं। बाजार में इस बार शक्कर की पट्टी 240 रुपए प्रति किग्रा रही। जबकि गुड़ व तिली की पट्टी 320 रुपए प्रति किग्रा के भाव से बेची गई। यह पर्व सावन महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रहकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। साथ ही परिवार पर कृपा बनाए रखने की कामना करती है। घरों में भगवान भोलेनाथ व माता पार्वती का पूजन किया जाता है। माता पार्वती को सोलह श्रृंगार अर्पित कर अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। सावन महीने में आसपास का वातावरण हरा भरा हो जाता है। इसलिए इस पर्व को हरियाली तीज के नाम से जाना जाता है।

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