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सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने नहर का किया निरीक्षण

सिचाई विभाग के अधिकारियो ने अजीतमल क्षेत्र के निकली भोगनीपुर प्रखण्ड निचली गंग नहर का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उपस्थिति नगर के लोगो ने अधिकारियो को ा नहर में हो रहे गड्डो से अवगत कराया व...

सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने नहर का किया निरीक्षण
हिन्दुस्तान टीम,औरैयाMon, 08 Jul 2019 10:14 PM
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सिचाई विभाग के अधिकारियो ने अजीतमल क्षेत्र के निकली भोगनीपुर प्रखण्ड निचली गंग नहर का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान उपस्थिति नगर के लोगो ने अधिकारियो को ा नहर में हो रहे गड्डो से अवगत कराया व पटरियो की सफाई की मांग की। निरीक्षण करने के बाद एक्सईएन ने बताया कि पटरियों की सफाई कराने के साथ नहर सूखने पर गड्डे भरवाने का काम किया जाएगा।

सिचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता राम सागर राजभर ने सहायक अभियंता डीके सिंह व अवर अभियंता प्रदीप कुमार के साथ अजीतमल क्षेत्र के गोपालपुर नहर पुल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ब्रिटिश काल के बने इस पुल को देखा जो वर्तमान में जर्जर हालत में है। निरीक्षण के दौरान मौजूद बिमल पांडेय एडवोकेट, बिशम्भर सिंह भदौरिया जिला महामंत्री भाजपा, नगर कार्यवाह मन्जुल पांडेय ने निरीक्षण टीम को बताया कि काफी जर्जर हालत में है और इस पुल से भारी वाहनो का निकलना होता है जिसके चलते कभी भी वड़ा हादसा हो सकता है इस लिये इसकी मरम्मत करवायी जाये या इसे नया बनवाया जाये। नहर के पुल के नीचे ही सिल्ट निकासी के चलते वड़े वड़े जान लेवा गड्डे को हो गये है जिन्हे अधिकारियो के दिखाया, नहर पटरी जिस पर कभी चार पहिया वाहन तक निकलते थे आज पैदल नहीं निकला जा सकता है की सफाई का अनुरोध किया ।

मालूम हो कि पुल के नीचे ही सिल्ट उठाई के चलते हुये खतरनाक गड्डों में दो माह पूर्व 10 मई को रामू पोरवाल उर्फ ज्ञान चंद्र , बऊआ उर्फ चन्द्रेश पोरवाल आर्यनगर अजीतमल की डूब कर मृत्यू हुई थी, और वही एक वर्ष पहले भी एक दुर्घटना में एक युवक की मौत हो हुई थी अक्सर इन गड्डों में कोई न कोई हादसा होता रहता है। पुल से गड़िया पुल तक का क्षेत्र नगर के आम बस्ती से लगा हुआ है जिससे इस पर अधिकतम आना जाना रहता है लेकिन तमाम झाडिंया होने के कारण इन पटरियो पर चलना भी दूभर होता है। सिचाई विभाग के अधिसाषी अभियंता राम सागर राजभर ने बताया कि नहर सूखने के बाद टीलो को हटाया जायेगा तथा गड्डों को भरा जायेगा विश्वबैंक परियोजना में वजट के लिये प्रस्ताव भेजा गया है अगर होकर आता है तभी नहर को चौड़ा करने का कार्य एवं पुराने पुलो को नये बनाये जाने पटरी आदि की सफाई होने का कार्य होगा।

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