ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश औरैयाखुशखबरी: गूंजी किलकारी, अस्पताल में बांटी गई मिठाई

खुशखबरी: गूंजी किलकारी, अस्पताल में बांटी गई मिठाई

औरैया। हिन्दुस्तान संवाद शहर के 50 शैय्या जिला अस्पताल में शुक्रवार को पहला सिजेरियनजनों ने गांव की आशा ज्योत्सना कुशवाहा को बुलाया। आशा महिला को...

खुशखबरी: गूंजी किलकारी, अस्पताल में बांटी गई मिठाई
हिन्दुस्तान टीम,औरैयाFri, 15 Jan 2021 11:23 PM
ऐप पर पढ़ें

औरैया। हिन्दुस्तान संवाद

शहर के 50 शैय्या जिला अस्पताल में शुक्रवार को पहला सिजेरियन बच्चा जन्मा। बच्चे की किलकारी गूंजते ही अस्पताल के डाक्टर व कर्मचारी खुशी से झूम उठे। पूरे अस्पताल में मिठाई बांटकर खुशी मनाई गई। सीएमएस ने डॉक्टरों की टीम को बधाई दी। साथ ही अस्पताल में मिठाई बंटवाई।

क्षेत्र के ग्राम कखावतू निवासी सोनू कुशवाहा की पत्नी अंजलि को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने गांव की आशा ज्योत्सना कुशवाहा को बुलाया। आशा महिला को लेकर 50 शैय्या जिला अस्पताल पहुंची। और महिला को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन महिला की नार्मल डिलीवरी नहीं हो सकी। जिसके चलते डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी। लेकिन महिला के परिजन ऑपरेशन कराने को राजी नहीं हो रहे थे। क्योंकि अस्पताल में वर्षों से कोई ऑपरेशन नहीं हुआ था। जिसके चलते लोगों को अस्पताल में ऑपरेशन कराने में डर लगा रहता था। लेकिन डॉक्टरों के समझाने पर परिजन ऑपरेशन के लिए तैयार हो गए। डॉक्टरों की टीम के प्रयास से महिला का ऑपरेशन सफल रहा। ऑपरेशन के जरिए महिला ने करीब 12:45 बजे बच्चे को जन्म दिया। ऑपरेशन करने वाली डॉक्टरों की टीम ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। सीएमएस लाखन सिंह ने ऑपरेशन करने वाली टीम को बधाई दी। साथ ही सिजेरियन बच्चे की जानकारी सीएमओ व लखनऊ कार्यालय में पहुंचाई। ऑपरेशन करने वाली टीम में लेडी सर्जन डा. नवनीत दुबे, 100 शैय्या अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. विनय शेखर, डा. प्रशांत, डा. शत्रुघन, अखिलेश कटियार, विष्णु दीक्षित के अलावा स्टाफ नर्स आदि लोग शामिल रहे। बता दें कि सीएमओ डॉ अर्चना श्रीवास्तव की पहल पर सीएमएस डॉक्टर लाखन सिंह काफी दिनों से सिजेरियन बच्चे के लिए प्रयास कर रहे थे। पूरी तैयारी होने के बावजूद लोग ऑपरेशन के लिए तैयार नहीं होते थे। सीएमएस के अथक प्रयास के बाद 50 शैय्या जिला अस्पताल में सिजेरियन बच्चे का जन्म हुआ। महिला के पति सोनू कुशवाहा ने बताया कि उसकी शादी के करीब आठ वर्ष बाद पहला बच्चा हुआ है। अस्पताल में ऑपरेशन नहीं होते थे। जिसके चलते ऑपरेशन से पहले काफी संशय की स्थिति रही। हालांकि डॉक्टरों की टीम ने उसे समझाया। बच्चे के जन्म से महिला के परिजनों में भी खुशी की लहर दौड़ गई ।

रेफर सेंटर के नाम का हटेगा कलंक

औरैया। शहर का 50 शैय्या जिला अस्पताल रेफर सेंटर के नाम से मशहूर है। लोगों का कहना है कि यहां मरीज को जरा सी परेशानी होने पर कानपुर या सैंफई रेफर कर दिया जाता है। डिलीवरी के लिए आने वाली महिलाओं को भी बाहर भेजा जाता था। लेकिन अस्पताल में ऑपरेशन की सुविधा शुरू होने से रेफर सेंटर का नाम शायद बदल जाए।

डॉक्टरों की टीम के साथ ही जच्चा-बच्चा व उनके अभिभावकों को बहुत बधाई। जिले में ऑपरेशन की सुविधा महिलाओं के लिए वरदान साबित होगी। अब उन्हें विषम परिस्थितियों में बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी।

डॉ अर्चना श्रीवास्तव, सीएमओ

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें