अहंकार के त्याग से खुश होते हैं भगवान: पुनीत
ककोर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन भगवताचार्य पुनीत मिश्र ने भागवत कथा के महत्व बताए गए। भागवत कथा को अपने जीवन में अनुकरण करने और सच्ची भक्ति से ईश्वर खुश होते हैं। साथ अहंकार का त्याग...
ककोर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन भगवताचार्य पुनीत मिश्र ने भागवत कथा के महत्व बताए गए। भागवत कथा को अपने जीवन में अनुकरण करने और सच्ची भक्ति से ईश्वर खुश होते हैं। साथ अहंकार का त्याग करने से भी भगवान प्रसन्न होते हैं।
ककोर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य पुनीत ने बताया कि भागवत कथा सुनने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। भागवत कथा सुनने के साथ उसके सार को जीवन में उतारे और समाज को नई दिशा देने का काम करें। सच्ची भक्ति और अहंकार का त्याग करने से भक्त से भगवान प्रसन्न होते हैं। ऐसे मनुष्य का जीवन सार्थक हो जाता है। भागवत कथा का आयोजन साधना दुबे व रमाशंकर दुबे की ओर से कराया जा रहा है। कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में आस पास के श्रोतागण पहुंच रहे हैं।