बरेली में माहौल बिगाड़ने की कोशिश, दो युवकों की पिटाई के बाद पुराने शहर में तनाव; भारी फोर्स तैनात
- दो युवकों की पिटाई के बाद माहौल तनावपूर्ण होता देख व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं। बवाल की सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंची और स्थिति पर काबू पाया गया। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
बरेली में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई है। दो युवकों की पिटाई के बाद पुराने शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। जोगीनवादा की मौर्य गली से ईद मिलादुन्नवी की अंजुमन न निकलने देने की रंजिश में समुदाय विशेष के युवकों ने मंगलवार रात जगतपुर में एक युवक को पीटकर उसका हाथ तोड़ दिया। दो चाउमीन विक्रेताओं पर धार्मिक टिप्पणी करते हुए धमकाया। माहौल तनावपूर्ण होता देख व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं। बवाल की सूचना पर कई थानों की फोर्स पहुंची और स्थिति पर काबू पाया गया। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे जगतपुर चौकी के पास चाउमीन का ठेला लगाने वाले पनवड़िया निवासी आकाश को चार-पांच लड़कों धमकाया। आकाश का कहना है कि आरोपी लड़कों ने धमकाते हुए कहा कि हमारी अंजुमन नहीं निकलने दी तो अब तुझे यहां काम नहीं करने देंगे। इसके कुछ देर बाद ही एजाजनगर गौटिया में पुताई का काम करके लौट रहे बाबू को समुदाय विशेष के युवकों ने पीटा और यहां भी अंजुमन न निकलने देने की बात दोहराई। बाबू ने जगतपुर चौराहे पर जाकर इंस्पेक्टर बारादरी को इसकी सूचना दी। मौके पर उनके पहुंचने से पहले ही आरोपी भाग गए।
इसी बीच चक महमूद के पास चाउमीन का ठेला लगाने वाले मौर्य गली के युवक को भी समुदाय विशेष के युवकों ने धमकाया। इन तीन घटनाओं से कुछ ही देर में अफवाह का माहौल बन गया और फिर जगतपुर के आसपास की दुकानें बंद हो गईं। जगह-जगह भीड़ जमा होने की सूचना पर तत्काल कई थानों का फोर्स बुला लिया गया। इन घटनाओं को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष समेत कई संगठनों से जुड़े तमाम लोग बारादरी थाने पहुंच गए।
पुराना शहर में साल भर से भी ज्यादा समय से खुराफाती माहौल बिगाड़ने की कोशिश में हैं। यहां बार-बार दोनों समुदाय के लोगों में टकराव की स्थिति बन रही है, जिससे पूरा इलाका अंदर ही अंदर सुलग रहा है। यहां के इस माहौल से पूरे शहर के लोगों में दहशत है। पुराने मामलों में प्रभावी कार्रवाई न होने से खुराफातियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
बारादरी के जोगीनवादा में पिछले साल सावन के दौरान कांवड़ियों पर पथराव होने से माहौल बिगड़ने की शुरुआत हुई थी। इसके बाद से ही यहां दोनों ही समुदायों के त्याहारों पर माहौल तनावपूर्ण हो जाता है। इस बार भी सावन और मोहर्रम को यहां सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मगर ईद मिलादुन्नवी पर मौर्य गली से अंजुमनें न निकलने देने से स्थिति फिर तनावपूर्ण हो गई है। बुखारपुरा में जुलूस के रूट को लेकर हुआ विरोध भी इसी का नतीजा है। मगर इतने विवाद होने के बावजूद पुलिस की ओर से प्रभावी कार्रवाई न होने से खुराफातियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
खुराफाती उठा रहे पुलिस की लचर कार्रवाई का फायदा: पुलिस की लचर कार्रवाई का फायदा उठाकर कुछ खुराफाती पूरे पुराना शहर का माहौल खराब करने में लगे हैं। मंगलवार को जगतपुर, चक महमूद और एजाजनगर गौंटिया में समुदाय विशेष के युवकों द्वारा की गई घटनाएं इसका नमूना हैं।
जगह-जगह जमा हुई भीड़, दौड़ी पुलिस: जगतपुर, एजाजनगर गौटिया और चक महमूद में हुई घटनाओं की खबर कुछ ही देर में आग की तरह पूरे इलाके में फैल गई। कुछ लोग मामले को बढ़ाकर भी प्रसारित करने लगे। इससे कुछ ही देर वहां का माहौल तनावपूर्ण हो गया और जगह-जगह लोगों की भीड़ जमा होने लगी। गनीमत रही कि तत्काल गई थानों का फोर्स वहां पहुंच गया और लोगों को हटाकर स्थिति को नियंत्रित किया।
दूसरे पक्ष ने भी की दो शिकायतें : इन घटनाओं के बाद समुदाय विशेष की ओर से भी पुलिस से दो शिकायतें की गईं। समुदाय विशेष की एक महिला ने जोगीनवादा की मौर्य गली में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया। वहीं, पुराना शहर निवासी अतीकुर्रहमान ने जगतपुर चौकी पर पहुंचकर दूसरे समुदाय के युवकों पर पीटने का आरोप लगाया।
बारादरी कोतवाली में संगठनों ने किया हंगामा
विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष आशु अग्रवाल और संजय शुक्ला समेत कई संगठनों से जुड़े तमाम लोग बारादरी थाने पहुंचे। उन लोगों ने घटना पर रोष व्यक्त करते हुए आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। घायल बाबू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। माहौल को देखते हुए जोगीनवादा के साथ ही जगतपुर समेत आसपास के अन्य इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने भी थाना बारादरी पहुंचकर पूरे प्रकरण की जानकारी ली। घटना के बाद पुलिस ने दबिश देकर कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है।
पिछले साल से अब तक विवाद
- सावन 2023 : जोगीनवादा में समुदाय विशेष के धर्मस्थल के पास कांवड़ियों के जुलूस पर पथराव कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। इसके बाद मौर्य गली की कांवड़ यात्रा नहीं निकालने दी। पुलिस के सामने उग्र प्रदर्शन कर फायरिंग की गई, जिसके चलते लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। मगर इस मामले में चार खुराफाती ही जेल भेजे गए।
- सावन 2024 : इस बार भी मौर्य गली से कांवड़ निकालने को लेकर विरोध शुरू कर दिया गया। विश्व हिन्दू परिषद और संघ के लोगों के दखल के बाद सिर्फ 11 लोगों की कांवड़ यात्रा पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच निकाली जा सकी।
- ईद मिलादुन्नवी 2024 : रविवार को जोगीनवादा से निकलने वाली चार अंजुमन को मौर्य गली के लोगों ने नई परंपरा बताकर रोक दिया। उन लोगों ने कहा कि कांवड़ नहीं निकली तो अंजुमन भी नहीं निकलेगी। रात भर दोनों समुदाय के लोग सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करते रहे। शनिवार से ही यहां तनाव का मामला है लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
एसएसपी बोले
बरेली के एसएसपी अनुराग मौर्य ने कहा कि पुराना शहर में जगह-जगह फोर्स तैनात की गई है। कुछ खुराफातियों को चिह्नित किया गया है। उनकी गिरफ्तारी कराई जा रही है। सभी मामलों में रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। पुराने मामलों की भी समीक्षा होगी। माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी।
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