जलस्तर घटने से दारानगर से हटा पानी, लौट रहे ग्रामीण
गंगा का जलस्तर घटने से दारनागर गांव में भरा पानी हट गया है। हालांकि गांव के चारों तरफ पानी भरा हुआ लेकिन गांव के सभी घरों से पानी निकल चुका है। राहत शिविर में रुके ग्रामीण फिर से गांव पहुंचना शुरू हो...
गंगा का जलस्तर घटने से दारनागर गांव में भरा पानी हट गया है। हालांकि गांव के चारों तरफ पानी भरा हुआ लेकिन गांव के सभी घरों से पानी निकल चुका है। राहत शिविर में रुके ग्रामीण फिर से गांव पहुंचना शुरू हो गए हैं। गुरुवार को ट्रैक्टर-ट्रालियों व नावों के माध्यम से लोगों को वापस गांव पहुंचाया गया।गुरुवार को जलस्तर घटा तो गंगा किनारे बसे दारानगर गांव से भी पानी कम हो गया।
घरों के अंदर भरा पानी निकल गया है। इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने अपने गांव को लौटना शुरू कर दिया। दरअसल जिलाधिकारी उमेश मिश्रा व एसपी विपिन ताडा ने पिछले दिनों दारानगर का निरीक्षण किया था। वहां गांव में पानी भरा होने के कारण लोगों को हो रही परेशानी को दूर करने के लिए उन्हें बाहर निकालकर दूसरे गांवों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। प्रशासन के माध्यम से ग्रामीणों को पतेई एमन के प्राथमिक विद्यालय में दारानगर के लोगों को पहुंचाकर उनके खान व रहने का इंतजाम किया था। गुरुवार को जलस्तर घटने पर गांव से पानी हट गया है। जिसके कारण लोगों ने अपने घर लौटना शुरू कर दिया है। गुरुवार को ट्रैक्टर-ट्रालियों व नावों के माध्यम से लोगों को उनके गांव वापस पहुंचाया गया।
गांव जाने की सुनकर महिला हो गई बेहोशगजरौला। गंगा का पानी गांव में आ जाने के कारण लोगों में दहशत है। दारानगर गांव के लोगों को गुरुवार को वापस गांव ले जाया जा रहा था। इसकी जानकारी होने पर गांव निवासी गीता पतेई एमन में बने राहत शिविर में बेहोश हो गई। बताते हैं कि जिस समय उसने गांव जाने वापस जाने की सुनी, उस समय वह खाना खा रही थी। वह काफी डरी हुई थी। बेहोश होने से पहले उसने कहा कि वह गांव नहीं जाएगी और बेहोश हो गई। वहां मौजूद चिकित्सकों की टीम ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। महिला को दवा दी गई।