महिला की मौत के मामले में अस्पताल सील, बिना पंजीकरण था संचालित
Amroha News - एक महिला की झोलाछाप द्वारा सिजेरियन डिलीवरी के बाद मौत हो गई। अस्पताल का स्वास्थ्य विभाग में कोई पंजीकरण नहीं था। महिला को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था, लेकिन ऑपरेशन के बाद उसकी हालत बिगड़ गई।...

जिस अस्पताल में झोलाछाप द्वारा की गई सिजेरियन डिलीवरी से महिला की मौत हुई, उसका विभाग में कोई पंजीकरण नहीं था। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल सील कर दिया। कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक नगर के मोहल्ला खेवान निवासी अमन सिंह ने अपनी पत्नी मोनिका को प्रसव पीड़ा के चलते गुरुवार को नगर के पूठ अड्डे के निकट स्थित मदार हास्पिटल में भर्ती कराया था। आरोप है कि यहां झोलाछाप ने महिला की सिजेरियन डिलीवरी कर दी। महिला ने बेटे को जन्म दिया। ऑपरेशन के बाद महिला एवं नवजात की हालत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में मां-बेटे को मेरठ रेफर कर दिया।
गुरुवार रात्रि मेरठ के अस्पताल में उपचार के दौरान 27 वर्षीया मोनिका की मौत हो गई। नवजात शिशु की हालत भी गंभीर बनी है। परिजन मोनिका का शव लेकर झोलाछाप के क्लीनिक पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। झोलाछाप मौके से फरार हो गया। देर रात कई मध्यस्थ लोगों ने झोलाछाप व महिलाओं के परिजनों के बीच समझौता करा दिया। मामला संज्ञान में आने पर शनिवार को सीएचसी प्रभारी डा.ध्रुवेंद्र प्रताप सिंह ने अस्पताल सील कर दिया। बताया जा रहा है कि अस्पताल का विभाग में पंजीकरण नहीं था। कार्रवाई से हड़कंप मचा है।
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