तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंचा फौजी का पार्थिव शरीर
अमरोहा के गजरौला में गुरुवार सुबह सेना में तैनात तेजपाल का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपट कर पैतृक गांव पहुंचा। परिवार में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने...
अमरोहा के गजरौला में गुरुवार सुबह सेना में तैनात तेजपाल का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपट कर पैतृक गांव पहुंचा। परिवार में कोहराम मच गया। ग्रामीणों ने नम आंखों से शहीद तेजपाल को अंतिम विदाई दी।
क्षेत्र के गांव बारसाबाद गांव निवासी 30 वर्षीय तेजपाल पुत्र रामपाल सिंह सेना में संतरी के पद पर जम्मू कश्मीर में तैनात था। वह करीब एक माह पहले छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर गया था। मंगलवार दोपहर जम्मू कश्मीर के रामबन इलाके में गोली लगने से तेजपाल गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। तेजपाल के विभागीय अधिकारियों ने उसके छोटे भाई सतवीर को घटना की जानकारी दी। सतवीर अपने रिश्तेदारों को साथ लेकर मंगलवार शाम जम्मू के लिए रवाना हुए। गुरुवार सुबह तेजपाल का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपट कर उसके पैतृक गांव पहुंचा तो गांव में मातम छा गया। हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई। आसपास के गांव के अलावा दूरदराज गांव के लोग भी पहुंच गए। परिवार में कोहराम मच गया। सभी ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी। तिगरी गंगा तट पर पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।