बाहर से आने वाले मजदूरों का होगा सर्वे
20 अप्रैल के बाद मजदूरों को मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में काम मिलेगा। लॉकडाउन के दौरान जो मजदूर बाहर से जिले में लौटे हैं, उनका सर्वे चल रहा है। सभी को मनरेगा के तहत गांव में ही काम मिल...
20 अप्रैल के बाद मजदूरों को मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में काम मिलेगा। लॉकडाउन के दौरान जो मजदूर बाहर से जिले में लौटे हैं, उनका सर्वे चल रहा है। सभी को मनरेगा के तहत गांव में ही काम मिल सकेगा।
लॉकडाउन के चलते दूर स्थानों पर मजदूरी करने वाले लोग अपने घरों को वापस लौटे हैं। काम बंद होने के कारण ऐसे मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। मजदूरों की इसी परेशानी को देखते हुए सरकार ने मनरेगा के तहत काम देने की कवायद शुरू की है। जिले में जो मजदूर बाहर से आए हैं, उन्हें मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा। किस गांव में कितने मजदूर बाहर से लौऐ हैं, उनका सर्वे किया जा रहा है। जो मजदूर काम करने के इच्छुक होंगे उन्हें मनरेगा के तहत गांव में ही जाब कार्ड बनने के बाद काम मिल सकेगा। पीडी मनरेगा मिथलेश तिवारी ने सभी बीडीओ, एपीओ व रोजगार सेवकों से बाहर से लौटे मजदूरों की सूची मांगने व योजना की पुष्टि की।