जर्जर रास्ते कांवड़ियों की मंजिल को करेंगे मुश्किल
कावड़यात्रा के दौरान जर्जर सड़कें शिवभक्तों की मंजिल को मुश्किल बनाने का काम करेंगे। भले ही प्रशासन उनकी सुरक्षा के दावे कर रहा है लेकिन जर्जर सड़कों पर कांवड़ियों के पैरों में चुभने वाले...
कांवड़यात्रा के दौरान जर्जर सड़कें शिवभक्तों की मंजिल को मुश्किल बनाने का काम करेंगे। भले ही प्रशासन उनकी सुरक्षा के दावे कर रहा है लेकिन जर्जर सड़कों पर कांवड़ियों के पैरों में चुभने वाले कंकड़-पत्थरों का कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।
कावंड़यात्रा शुरू होने पर कुछ ही दिन रह गए हैं। 21 फरवरी को महाशिव रात्रि है। इससे पांच से छह दिन पहले कावंड़िए जल भरकर अपनी मंजिल की तरफ बढ़ने शुरू हो जाते हैं। बात अगर गजरौला की करें तो यहां से बुलंदशहर, सम्भल, मुरादाबाद, रामपुर आदि जिलों के कावंड़िए होकर गुजरते हैं। पुलिस ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं लेकिन सफर तय करने के दौरान उन्हें होने वाली शारीरिक परेशानी की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं गया है। गजरौला से हसनपुर को जाने वाली करीब 12 किलोमीटर की सड़क जर्जर हालत में हैं। ऐसी स्थिति में कांवड़ियों के पैरों में कंकड़-पत्थर चुभेंगे। इतना ही नहीं हाईवे पर विभिन्न स्थानों पर गहरे गड्ढे हैं। उनसे भी कांवड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।