अमरोहा जिला अस्पताल में बनेगी आरटीपीसीआर लैब, तैयारियां शुरू
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव की तैयारियों के मद्देनजर जिला अस्पताल में कोरोना सैंपल की जांच के लिए आरटीपीसीआर लैब बनाने की तैयारी शुरू कर दी...
अमरोहा। संवाददाता
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव की तैयारियों के मद्देनजर जिला अस्पताल में कोरोना सैंपल की जांच के लिए आरटीपीसीआर लैब बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। स्थानीय स्तर पर ही कोरोना जांच की सहूलियत मिल सकेगी। सैंपल दूसरे शहरों को नहीं भेजने पड़ेंगे। लैब में रोजाना 250 सैंपल की जांच की जा सकेगी।
कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव की तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं। मरीजों को भर्ती कर इलाज करने के लिए बेड, ऑक्सीजन, कर्मचारी-चिकित्सक व जांच के इंतजामों की हर दिन शासन स्तर से रिपोर्ट तलब की जा रही है। तीसरी लहर से निपटने की सभी व्यवस्थाओं समेत निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट का हर दिन स्थलीय निरीक्षण कर फीडबैक देने के स्वास्थ्य अफसरों को निर्देश दिए गए हैं। यही वजह है कि जिम्मेदार अफसर कार्यालय में बैठने के बजाय फील्ड में तैयारियों का निरीक्षण करते नजर आ रहे हैं। ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता व कोरोना सैंपल की जांच पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसी के मद्देनजर जिले में कुल नौ में से पांच ऑक्सीजन प्लांट निर्माणाधीन हैं। चार ऑक्सीजन प्लांट चालू किए जा चुके हैं। जिला अस्पताल में पहले से निर्माणाधीन 666 एलपीएम क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट के अलावा 1000 एलपीएम क्षमता का एक और ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए अस्पताल परिसर में भूमि चिन्हित की जा चुकी है। कोरोना सैंपलों की जांच के लिए जिला अस्पताल परिसर स्थित मेटरनिटी विंग में आरटीपीसीआर लैब भी प्रस्तावित है। लैब के निर्माण के लिए 1200 वर्ग फिट जगह चिन्हित करने के बाद अब एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजने की तैयारी में अफसर जुटे हैं।
रोजाना हो सकेंगी 250 सैंपल की जांच
अमरोहा। जिला अस्पताल के एमसीएच विंग में बनने वाली आरटीपीसीआर लैब में रोजाना 250 तक कोरोना सैंपल की जांच की जा सकेगी। स्थानीय स्तर पर आरटीपीसीआर जांच की सुविधा मिलने से कोरोना सैंपल को जांच के लिए दूसरे शहरों को नहीं भेजना पड़ेगा। मरीजों समेत स्वास्थ्य अफसरों को जांच रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा।
शासन से प्रस्तावित आरटीपीसीआर लैब के निर्माण की तैयारी की जा रही है। जल्द एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा जाएगा।
डा.संजय अग्रवाल, सीएमओ