संशोधित : डग्गामारी पर शिकंजा : जांच हुई तो खुल सकती है लाखों की अवैध वसूली की पोल
-गजरौला से दिल्ली के लिए गुजरती हैं 150 प्राइवेट बसें, एक बस से प्रतिमाह 45 हजार रुपये की वसूली का आरोप संशोधित : डग्गामारी पर शिकंजा जांच हुई तो...
दिल्ली मार्ग पर दौड़ रहीं प्राइवेट बसों के संचालन पर कसे गए शिकंजे के बाद अब सबकी निगाह पुलिस अफसरों की जांच की ओर टिकी है। सटीक जांच होने पर इन बसों के संचालन की एवज में हर महीने की जा रही लाखों रुपये की अवैध वसूली की पूरी पोल खुल सकती है। गौरतलब है कि गजरौला से 150 से ज्यादा डग्गामार बसों का संचालन किया जा रहा है। हर बस से 45 हजार रुपये महीना की वसूली किए जाने का आरोप लगा है।
गजरौला शहर से चौतरफा बड़े पैमाने पर डग्गामार वाहनों का संचालन किया जा रहा है। इन वाहनों से अवैध वसूली भी की जा रही है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारियों ने कभी इसे गंभीरता से नहीं लिया। मंगलवार देर शाम हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र के गांव बदरखा निवासी बस चालक आलमगीर ने दो लोगों पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए हंगामा किया तो हड़कंप मच गया। आलमगीर के मुताबिक उसकी बस को गजरौला में रोक लिया गया था। अवैध वसूली के लिए रुपये मांगे जा रहे थे। रुपये देने से इनकार करने पर आरोपियों ने मारपीट की। जान से मारने की धमकी तक दे डाली। आलमगीर ने तहरीर पुलिस को देते हुए कार्रवाई करने की मांग की। उधर, शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस ने जांच की तो अवैध वसूली का आरोप सही निकला। प्रभारी निरीक्षक राजेश तिवारी ने बताया कि मामले में बस चालक की तहरीर पर हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव सिहाली जागीर निवासी भूरे उर्फ जावेद व कलुआ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपियों पर प्राइवेट बसों से अवैध वसूली करने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर जांच की जा रही है।
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पुलिस जांच पर टिकी सबकी निगाह
अमरोहा। डग्गामार बसों के संचालन की एवज में की जा रही अवैध वसूली का मामला पकड़ में आने के बाद अब सबकी निगाह पुलिस जांच पर टिकी है। सूत्रों की माने तो यदि गंभीरता से मामले की जांच की जाए तो अवैध वसूली के बड़े लेनदेन का पर्दाफाश हो सकता है।
