अफसर नहीं दे रहे अस्पतालों को एनओसी, भटक रहे मरीज
सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने स्थानीय चिकित्सा विभाग पर रजिस्टर्ड नर्सिंग होम एवं डॉक्टरों को एनओसी जारी करने के नाम पर परेशान करने का आरोप लगाया है। डीएम से शिकायत की गई...
सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने स्थानीय चिकित्सा विभाग पर रजिस्टर्ड नर्सिंग होम एवं डॉक्टरों को एनओसी जारी करने के नाम पर परेशान करने का आरोप लगाया है। डीएम से शिकायत की गई है।कमाल अख्तर ने कहा है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरा देश त्रस्त है।
पुलिस-प्रशासन जिस मुस्तैदी के साथ जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण पर नियंत्रण कर रहा है वह अपने आप में काबिले तारीफ है। उनका कहना है कि जनपद में कोरोना वायरस के इतर ह्रदय, लीवर, आंख, पेट, हड्डी समेत तमाम मरीज हैं। मरीजों की सुविधा को देखते हुए सरकार ने लॉक डाउन के दौरान भी रजिस्टर्ड नर्सिंग होम और डॉक्टरों को अपनी दुकानें खोलने की अनुमति दे रखी है। इससे बीमार लोगों को बड़ी राहत मिल रही है। चूंकि सरकारी अस्पतालों के सभी डॉक्टर व चिकित्सीय स्टाफ कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने की कोशिश में लगा हुआ हैं ऐसे में निजी नर्सिंग होम और डॉक्टर्स की भूमिका और भी बढ़ जाती है। इसी बीच तीन दिन पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी रजिस्टर नर्सिंग होम व डॉक्टर को नोटिस दिया गया जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने हेतु पर्सनल प्रोटेक्शन किट, मास्क आदि इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। सभी अस्पताल सलाह पर अमल कर भी रहे हैं। इसके बावजूद भी स्थानीय चिकित्सा विभाग द्वारा अस्पताल व क्लीनिकों को एनओसी जारी नहीं की जा रही है। एनओसी न मिलने की दशा में कई चिकित्सक असमंजस में हैं। क्लीनिक बंद होने से मरीज भटक रहे हैं। कमाल अख्तर ने मांग की है कि मरीजों की परेशानी को देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द एनओसी जारी की जाए।