एक दर्जन से अधिक बड़ी फिल्मों में काम कर नीलकमल ने बनाई थी पहचान
अमरोहा के नीलकमल ने अपनी अदाओं से बॉलीवुड में अच्छी पहचान बना ली थी। नीलकमल ने एक दर्जन फिल्मों में काम करके कई यादगार चरित्रों को जीवंत कर गए। करीब एक दर्जन फिल्मों में से अधिकांश फिल्मों में अभिताब...
करीब दो दशक तक लोगों का मनोरंजन करने के बाद शुक्रवार को दुनिया से विदा ले गए नीलकमल का नाम फिल्मी दुनिया में जरूर कुछ छोटा हो, लेकिन उनकी पहचान कम नहीं थी। नीलकमल के अभिनय के कारण बॉलीवुड के बिग बी की पसंद थे, जिस कारण नीलकमल को अपने करियर की अधिकांश फिल्मों में बिग बी के साथ सीन करने का मौका मिला था।
भाई मनोज मैढ के मुताबिक दो दशक तक बॉम्बे (मुंबई) के सिनेमा जगत से जुड़े रहे नीलकमल बचपन से ही स्क्रीन पर आने का सपना देखते थे। मोहल्ले, शहर या स्कूल-कॉलेज के नाटक-ड्रामे या दूसरे कार्यक्रम में भाग लेने वाले नीलकमल के परिवार और परिचितों ने सोचा भी नहीं था कि वह नाम सिनेमा जगत से जुड़ जाएगा। नीलकमल जेएस हिन्दू डिग्री कॉलेज में एमकॉम करने के बाद हीबॉम्बे का रूख किया और पहचान बनाई।
अमरोहा में एक बिजलीकर्मी दिनेश चंद्र मैढ के घर जन्मे नीलकमल मैढ का फिल्मी जीवन संषर्घ से भरा रहा है। दो दशक पहले बॉम्बे गए नीलकमल ने थिएटर किया और बाद फिल्मों में काम मिलने लगा। तक बॉलीवुड में पहचान रही, बड़े कलाकारों के साथ अभिनय किया, लेकिन अपने घर में पहचान को दूर रखते थे। दोस्त, रिश्तेदार और परिवार के लोगों ही जानते थे कि नीलकमल मैढ बॉलीवुड में काम करते थे, लेकिन उनके प्राण निकलने के बाद अमरोहावासी खुद को गौरविंत मान रहे हैं, अमरोहा एक ओर लाल दुनिया को हंसाता हुए विदा ले गया।
परिवार में भी रहा अहम किरदार
दिनेश चंद्र मैढ के तीन बेटों में से सबसे बड़े नीलकमल ने एमकॉम करने के बाद मुबंई की ओर से रूख किया। लेकिन उन्होंने परिवार में अहम किरदार निभाया। फिल्मी दुनिया में फिल्म निर्मला से शुरू हुआ कैरियर आंखें, बागवां, वक्त, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों और मंगल पांडेय जैसी फिल्मों में किरदार निभाने के बाद भी अपने परिवार की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। यही कारण रहा कि 2005 में पिता दिनेश चंद्र मैढ की मौत के बाद नीलकमल अमरोहा लौट आए। हालांकि बीच-बीच में सीरियल आदि में काम करते अमरोहा से ही जाते थे।
अमरोहा में कारोबार कर चुके थे सेट
करीब दो दशक तक फिल्मों और सीरियल में संघर्ष करने के बाद अब सामाजिक कार्यों के साथ कारोबार भी अमरोहा में ही कर रहे थे। वह सामाजिक संगठनों के साथ जुड़ने के बाद ही अमरोहा कारोबार भी सैट कर चुके थे।
बेटे इंद्रवीर को भी रजत पटल की ओर ले जाना चाहते थे नील कमल
नीलकमल ने फिल्म आंखें में कैशियर की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा सीरियल महाभारत में संजय की भूमिका यादगार रही। नीलकमल के दो छोटे भाई मनोज मैढ, शाका मैढ हैं। शाका मैढ हाईडिल में नौकरी करते है, जबकि बेटा इंद्रवीर दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है और बेटी पलपल भी पढ़ाई कर रही है। उनकी पत्नी वंशिका हॉउस वाइफ बतलाई गई है। इंद्रवीर को भी नोएडा से सिने ग्राफी का कोर्स करा रहे थे, ताकि इंद्रवीर भी फिल्मों के डायरेक्शन की दिशा में करियर बना पाएं।
अमरोहा में मोक्ष धाम पर किया अंतिम संस्कार
अमरोहा। फिल्म बागवान, मंगल पांडे और आंखें समेत दर्जनों फिल्मों में पहचान देकर अमरोहा का नाम रोशन करने वाले अभिनेता नीलकमल का गुरूवार तड़के निधन हुआ था, इसकी जानकारी होते ही गुरूवार से ही सात्वनां देने वालों का तांता लगा हुआ है। शुक्रवार को भी सुबह से ही लोगों का नीलकमल के घर आना-जाना लग रहा।
सबको हंसाने वाले थे नीलकमल
अभिनेता से समाजसेवी बने नीलकमल अमरोहा का दिल जैसे थे। दिल्ली, मुबंई काम करने के बाद भी नीलकमल का अमरोहा से जुड़ाव रहा है। वह अक्सर अमरोहा में समय बीताते थे। गुरूवार रात तक नीलकमल ने अमरोहा में एक पार्टी में भागीदारी की, लोगों को खूब हंसाया, लेकिन किसी को क्या मालूम था कि नीलकमल की यह मुलाकात आखिरी होगी। व्यापारी मनोज टंडन ने बताया कि नीलकमल देर रात तक सभी के बीच रहे और जब घर के लिये निकले तो काफी खुश थे, लेकिन देर रात उन्हें दिल का दौरा पड़ा। परिजन तत्काल डॉक्टर के पास ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया है।
एक नजर में नीलकमल...
नाम नीलकमल मैढ
पिता दिनेश चंद्र मैढ
उम्र करीब 47 वर्ष
पत्नी वंशिका
बच्चे बेटा इंद्रवीर, बेटी पलपल
शिक्षा एमकॉम, जेएस हिन्दू डिग्री कॉलेज
फिल्मी सफर करीब एक दर्जन
पहली फिल्म निर्मला
चर्चित फिल्में आंखे, बागवां, मंडल पांडेय
चर्चित सीरियल महाभारत, सीआईडी
सामाजिक सेवा व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान