ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश अमरोहामहबूब अली के नेतृत्व में निकाला जा रहा अमन मार्च रोका

महबूब अली के नेतृत्व में निकाला जा रहा अमन मार्च रोका

सीएए के विरोध में सदर विधायक एवं प्रदेश की लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली के नेतृत्व में निकाले जा रहे अमन मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने महबूब अली के आवास के...

सीएए के विरोध में सदर विधायक एवं प्रदेश की लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली के नेतृत्व में निकाले जा रहे अमन मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने महबूब अली के आवास के...
1/ 2सीएए के विरोध में सदर विधायक एवं प्रदेश की लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली के नेतृत्व में निकाले जा रहे अमन मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने महबूब अली के आवास के...
सीएए के विरोध में सदर विधायक एवं प्रदेश की लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली के नेतृत्व में निकाले जा रहे अमन मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने महबूब अली के आवास के...
2/ 2सीएए के विरोध में सदर विधायक एवं प्रदेश की लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली के नेतृत्व में निकाले जा रहे अमन मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने महबूब अली के आवास के...
हिन्दुस्तान टीम,अमरोहाSat, 18 Jan 2020 06:00 PM
ऐप पर पढ़ें

सीएए के विरोध में सदर विधायक एवं प्रदेश की लोक लेखा समिति के सभापति महबूब अली के नेतृत्व में निकाले जा रहे अमन मार्च को पुलिस-प्रशासन ने रोक दिया। गुस्साए पार्टी कार्यकर्ताओं ने महबूब अली के आवास के बाहर पुलिस-प्रशासन एवं सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। हंगामा बढ़ने पर कईं थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई। हालात बेकाबू होते देख खुद डीएम-एसपी मौके पर पहुंचे। ज्ञापन लेकर गुस्सा शांत किया। शनिवार सुबह पूर्व प्रस्तावित अमन मार्च को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। बावजूद इसके पार्टी नेता तैयारी में जुटे थे। भनक लगते ही पुलिस-प्रशासन भी हरकत में आ गया। सुबह से ही महबूब अली के आवास और आसपास इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। समर्थकों की भीड़ के बीच घर से निकले महबूब अली का काफिला चंद कदम की दूरी तय करते ही रोक दिया गया। महबूब अली समर्थकों संग वहीं धरने पर बैठ गए। प्रदेश व केंद्र सरकार पर समाज में विघटनकारी व दमनकारी नीतियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। सीएए को लेकर भाजपा नेताओं पर हमला बोला, आलोचना की। राष्ट्रपति से सीएए को रद करने की मांग की। बीते दिनों शहर में सीएए के पक्ष में दल विशेष की पदयात्रा के दौरान आपत्तिजनक व भड़काऊ नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही 20 दिसंबर को शहर में हुए बवाल को लेकर दर्ज हुए गलत मुकदमों को वापस लेने, निर्दोषों को नहीं फंसाने की वकालत भी की। एमएलसी परवेज महबूब अली, सपा जिलाध्यक्ष सुखवीर सिंह यादव, नगर अध्यक्ष डा.आफताब सैफी ने भी केंद्र व प्रदेश सरकार की कार्यशैली की आलोचना करते हुए निशाना साधा। उधर, इस बीच महबूब अली डीएम व एसपी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़ गए और कार्यकर्ताओं के साथ मौके से नहीं हटने का ऐलान किया। हालात को भांप डीएम उमेश मिश्र व एसपी डा.विपिन ताड़ा मौके पर पहुंचे। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सपाइयों से लिया। जुल्फकार अली, अंसार हुसैन, साजिद अली, धर्मपाल सिंह, आशकार हुसैन, जाहिद अल्वी, रईस अहमद, सत्तार, मुख्तार नकवी, कामिल मलिक, फरमान मलिक, चंद्रगुप्त मौर्य, वीरभान सिंह यादव, शशिकांत गोयल, मनोज पंवार, कुलवंत सिंह, सुशील जैसफर, बॉबी भगत सिंह, सरदार रिंकू सिंह, सतवीर सिंह आदि रहे।

महबूब ने कराया ताकत का अहसास, चार थानों की फोर्स रही तैनात

अमरोहा। अमन मार्च के प्रस्तावित आयोजन के बीच एक बार फिर महबूब अली अपनी राजनीतिक ताकत को दिखाने में पूरी तरह कामयाब रहे। सुबह से ही उनके आवास पर कार्यकर्ताओं की भीड़ का जुटना शुरू हो गया। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। आनन फानन शहर कोतवाली के साथ ही नौगावां सादात, आदमपुर, डिडौली व रजबपुर कोतवाली से भी पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती के साथ ही रास्तों पर यातायात को रोक दिया गया। गनीमत रही कि पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बीच सपाइयों ने संयम बनाए रखा, वरना हालात बेकाबू होते।

ये भी रहीं मांग

-20 दिसंबर को अमरोहा में हुए हंगामे की निष्पक्ष जांच मजिस्ट्रेट स्तर पर कराई जाए

-जांच कमेटी 60 दिन में दे अपनी रिपोर्ट, इसके पहले पुलिस कार्रवाई पर लगे रोक-अज्ञात लोगों पर लगाईं गईं संगीन धाराओं को भी वापस लेकर अनावश्यक न हो उत्पीड़न

-एएमयू, जेएनयू, जामिया मिलिया इस्लामिया में हुए प्रदर्शनों के बाद दर्ज मुकदमे हो वापस

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें