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किसानों ने मोड़ा क्रय केंद्रों से मुंह, खरीद हुई ठप

किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने से मुंह मोड़ लिया है। केंद्रों पर दस दिन से खरीद ठप पड़ी है। लक्ष्य के सापेक्ष जिले में मात्र 75 फीसदी गेहूं खरीद हुई है। जबकि 25 प्रतिशत लक्ष्य अधर में...

किसानों ने मोड़ा क्रय केंद्रों से मुंह, खरीद हुई ठप
हिन्दुस्तान टीम,अमरोहाWed, 12 Jun 2019 06:30 PM
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किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने से मुंह मोड़ लिया है। केंद्रों पर दस दिन से खरीद ठप पड़ी है। लक्ष्य के सापेक्ष जिले में मात्र 75 फीसदी गेहूं खरीद हुई है। जबकि 25 प्रतिशत लक्ष्य अधर में लटका हुआ है। पंद्रह जून को खरीद बंद हो जाएगी। गेहूं खरीद का लक्ष्य पूर्ण करने के अफसरों के दावे जिले में हवाई साबित होते नजर आ रहे हैं। क्योंकि सरकारी रेट की तुलना में गेहूं का बाजार रेट अधिक होने की वजह से खरीद ठप हो गई है। जिले को 36 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला था। लक्ष्य के सापेक्ष गेहूं खरीद के लिए 60 केंद्र खोले गए थे। सरकार द्वारा निर्धारित किए गए समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद की गई। जिले में पंद्रह अप्रैल के बाद क्रय केंद्रों पर गेहूं की आवक शुरू हुई थी। चुनाव बाद गेहूं खरीद में तेजी आई थी। अफसरों की लाख कवायद के बाद भी जिले में गेहूं खरीद का लक्ष्य पार नहीं हुआ है। 36 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष जिले में 75 फीसदी गेहूं खरीद हुई है। जबकि 25 फीसदी खरीद का लक्ष्य अधर में लटका हुआ है। पंद्रह जून तक गेहूं खरीद का लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए थे। तीन दिन में गेहूं खरीद का लक्ष्य पार करना क्रय केंद्र प्रभारियों के लिए आसान नहीं है।

बाजार में दो हजार से ऊपर पहुंचा गेहूं का रेट

मंडी और बाजार में गेहूं का रेट दो हजार से अधिक चल रहा है। इसी कारण किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों से मुंह मोड़ लिया है। अधिक रेट के लिए किसान मंडी और बाजार में गेहूं बेच रहे हैं। इसी कारण पिछले दस से दिन से क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद ठप पड़ी है।

सहकारिता विभाग को गेहूं खरीद का जो लक्ष्य मिला था वह लगभग पूरा कर लिया गया है। जबकि शेष एजेंसियों का लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है। इसकी प्रमुख वजह गेहूं का बाजार रेट अधिक होना बताया जा रहा है। हालांकि जो लक्ष्य शेष रहा है,उसे निर्धारित तिथि से पहले पूरा कराने का प्रयास जारी है।

वीपी उपाध्याय, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक

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