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Hindi News उत्तर प्रदेश अमरोहाकिसान बोले, 450 रुपये कुंतल से कम गन्ना मूल्य नामंजूर

किसान बोले, 450 रुपये कुंतल से कम गन्ना मूल्य नामंजूर

अतरासी स्थित किसान भवन पर भारतीय किसान यूनियन की पंचायत हुई। गन्ना किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। चालू सीजन में गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल से कम होने पर उसे नामंजूर करने की बात...

अतरासी स्थित किसान भवन पर भारतीय किसान यूनियन की पंचायत हुई। गन्ना किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। चालू सीजन में गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल से कम होने पर उसे नामंजूर करने की बात...
1/ 2अतरासी स्थित किसान भवन पर भारतीय किसान यूनियन की पंचायत हुई। गन्ना किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। चालू सीजन में गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल से कम होने पर उसे नामंजूर करने की बात...
अतरासी स्थित किसान भवन पर भारतीय किसान यूनियन की पंचायत हुई। गन्ना किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। चालू सीजन में गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल से कम होने पर उसे नामंजूर करने की बात...
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हिन्दुस्तान टीम,अमरोहाFri, 22 Nov 2019 05:38 PM
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अतरासी स्थित किसान भवन पर भारतीय किसान यूनियन की पंचायत हुई। गन्ना किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। चालू सीजन में गन्ना मूल्य 450 रुपये प्रति कुंतल से कम होने पर उसे नामंजूर करने की बात कही। साफ कहा कि इससे कम रेट पर किसान शुगर मिलों को गन्ना नहीं देगा।

संगठन के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी उम्मेद सिंह ने कहा कि शुगर मिलों की मनमानी और अफसरों की अनदेखी के चलते गन्ना किसान परेशान हैं। शुगर मिलों ने अभी तक बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान भी नहीं किया है। नए पेराई सत्र के लिए गन्ना मूल्य घोषित नहीं हुआ है। इससे भुगतान लटका हुआ है। किसान आर्थिक परेशानी झेल रहा है। जल्द गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग की। इसके साथ ही आरोप लगाया कि कृषि अवशेष जलाने के नाम पर किसानों को परेशान किया जा रहा है। कहा कि अमरोहा जिले में एक भी किसान ने धान की पराली नहीं जलाई है। बावजूद इसके कुछ किसानों पर कार्रवाई हुई है, इस पर तत्काल नियम संगत कार्रवाई करने व बेवजह किसानों का उत्पीड़न नहीं करने की मांग की। क्षेत्र में आवारा पशुओं का आतंक बढ़ने की बात कहते हुए उनका प्रवेश भी आबादी क्षेत्र में रोकने की मांग की। पंचायत की अध्यक्षता कीकर सिंह व संचालन राकेश गिल ने किया। इस दौरान राम प्रसाद सिंह, रामवीर सिंह, धीरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, बालक राम, गिरिराज सिंह, समरपाल सिंह, भगवंत सिंह, बीना देवी, सतपाल सिंह, राजकली, सतीश त्यागी आदि रहे।

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