Amroha Police Inspector Suspended for Negligence in Assault Case Investigation अदालत में फर्जी आराधिक रिकॉर्ड दाखिल करने में दरोगा निलंबित, जांच बैठी, Amroha Hindi News - Hindustan
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अदालत में फर्जी आराधिक रिकॉर्ड दाखिल करने में दरोगा निलंबित, जांच बैठी

Amroha News - अमरोहा में एक दरोगा फूलकंवार को मारपीट के मामले की विवेचना में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने घायलों की मेडिकल रिपोर्ट में देरी की और बिना इंस्पेक्टर की संस्तुति के आरोपी...

Newswrap हिन्दुस्तान, अमरोहाWed, 27 Aug 2025 04:43 AM
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 अदालत में फर्जी आराधिक रिकॉर्ड दाखिल करने में दरोगा निलंबित, जांच बैठी

अमरोहा, संवाददाता। मारपीट से जुड़े मुकदमे की विवेचना के दौरान घायलों की मेडिकल रिपोर्ट की सप्लीमेंट्री लेने में देरी व बिना इंस्पेक्टर की संस्तुति अदालत में कथित अपराधिक रिकॉर्ड दाखिल करने व बेल कमेंट्स सही नहीं लिखने के मामले में डिडौली कोतवाली में तैनात दरोगा फूलकंवार फंस गए हैं। शिकायत पर हुई जांच में आरोपियों की जमानत निरस्त कराने की नीयत से जानबूझकर बरती गई लापरवाही सामने आने पर डीआईजी मुनिराज जी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय जांच का भी आदेश दिया है। जानकारी के मुताबिक बीती 19 जुलाई को डिडौली कोतवाली क्षेत्र के गांव गंगदासपुर में रहने वाले दिनेश और परम सिंह के परिवारों के बीच आपस में जमकर मारपीट हुई थी।

लाठी-डंडे चलने के साथ एक-दूसरे पर पथराव भी किया गया था। मामले में पुलिस ने दिनेश की तहरीर पर गगन, परम, रवि, रविंद्र, वंदना व भूरी के खिलाफ हत्या का प्रयास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था जबकि परम सिंह की तहरीर पर तीन दिन बाद पुलिस ने गांव के राशन डीलर दाताराम, करनपाल, दिनेश, जयपाल, बिंदेश, नेमवती व सुशील के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। दोनों मुकदमों की विवेचना कोतवाली में तैनात दरोगा फूलकंवार को सौंपी गई थी। विवेचना में दरोगा ने लापरवाही बरती। आरोप है कि दिनेश कुमार की तरफ से दर्ज मुकदमे में घायलों की मेडिकल रिपोर्ट से जुड़ी सप्लीमेंट्री रिसीव करने में जानबूझकर देर लगाई। वहीं, परम सिंह की ओर से दर्ज मुकदमे में बेल कमेंट्स को गंभीरता से नहीं लिखा। लापरवाही बरतते हुए इंस्पेक्टर की संस्तुति के बिना आरोपियों का कथित अपराधिक रिकॉर्ड अदालत में दाखिल कर दिया। जमानत खारिज कराने के उद्देश्य से आरोपियों पर सात मुकदमे दिखाए जबकि उनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं था। दरोगा की इस चाल से आरोपियों को जमानत नहीं मिल सकी। पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत डीआईजी मुनिराज जी से की थी। डीआईजी स्तर से जांच कराई गई तो आरोप पुष्ट हुए। एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि अनुशासनहीनता और अपने कर्तव्य व दायित्व में लापरवाही बरतने के मामले में डीआईजी ने दरोगा फूलकंवार को निलंबित कर दिया है। साथ ही दरोगा की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

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