
लखनऊ में एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्रों की दबंगई, कार में घुसी युवती, छात्र को एक मिनट में मारे 60 थप्पड़
संक्षेप: एमिटी यूनिवर्सिटी परिसर में बीए एएलबी के छात्र की दबंग युवती ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिटाई कर दी। युवती ने छात्र को कार के अंदर एक मिनट में 60 थप्पड़ जड़ दिए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में आए दिन छात्र-छात्राओं की दबंगई देखने मिलती है। आए दिन छात्रों को पीटने जाने की खबरें आती रहती हैं। ऐसा ही एक और मामला सामने आया है। एमिटी यूनिवर्सिटी परिसर में बीए एएलबी के छात्र की दबंग युवती ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पिटाई कर दी। युवती ने छात्र को कार के अंदर एक मिनट में 60 थप्पड़ जड़ दिए। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो की हिन्दुस्तान पुष्टि नहीं करता। वीडियो 26 अगस्त का बताया जा रहा है। छात्र ने यह आरोप लगाते हुए चिनहट कोतवाली में युवती और उसके 5 दोस्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर का कहना है कि घटना की जांच की जा रही है। आरोपियों से भी पूछताछ की जाएगी।

कैसरबाग के मकबूलगंज निवासी मुकेश कुमार केसरवानी के मुताबिक बेटा शिखर एमिटी विश्वविद्यालय से द्वितीय वर्ष का छात्र है। एक्सीडेंट होने के कारण शिखर कुछ समय से कॉलेज नहीं जा रहा था। 26 अगस्त को कई दिन बाद कॉलेज गया था। हनीमैन चौराहे पर उसका दोस्त सौम्य सिंह यादव लेने आया था। इसके बाद दोनों कार से एमिटी विश्वविद्यालय पहुंचे। वे पार्किंग में कार खड़ी कर रहे थे, तभी जाह्नवी मिश्रा, अपने साथी आयुष यादव, मिलन बनर्जी, विवेक सिंह और आर्यमन शुक्ला के साथ पहुंची।
अचानक सभी लोग कार में घुस आए और शिखर को गालियां देने लगे। उसने विरोध जताया तो जाह्नवी और उसके साथियों ने शिखर को 60 थप्पड़ जड़ दिए। इसका वीडियो भी बना लिया। शिखर का आरोप है कि इसके बाद आरोपियों ने वीडियो वायरल कर दिया। इससे शिखर अवसाद में है। इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चन्द्र मिश्रा के मुताबिक मुकेश केसरवानी की ओर से गुरुवार को मिली तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। किस बात को लेकर छात्र को पीटा गया। इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर एमिटी यूनिवर्सिटी पीआरओ चंद्रशेखर वर्मा का कहना है कि विश्वविद्यालय से सम्बंधित मीडिया में चल रहे वीडियो की सत्यता की पुष्टि हम नहीं कर सकते। इस संबंध में कोई शिकायत मिलने पर विश्वविद्यालय जांच करेगा और दोषियों पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।





