तीन नए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन नहीं शुरू हुआ
करोड़ों की लागत से बनकर तैयार हो चुका नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसूलपुर बाकरगंज व सम्मनपुर अभी तक शुरू नहीं हो पाया...
जलालपुर। करोड़ों की लागत से बनकर तैयार हो चुका नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रसूलपुर बाकरगंज व सम्मनपुर अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। शासन प्रशासन की लापरवाही से अभी तक स्टाफ की तैनाती नहीं हो सकी है। नतीजा यह कि दोनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नेवादा के आसपास के चार दर्जन गांव की लगभग 48000 आबादी को इलाज के लिए कोसों दूर दौड़ना पड़ता है। वर्ष 2013-14 में जलालपुर तहसील क्षेत्र के रसूलपुर बाकरगंज, सम्मनपुर और नेवादा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण की घोषणा के साथ निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया। शासन की तरफ से रसूलपुर के लिए 1 करोड़ 30 लाख रुपए, सम्मनपुर के लिए 1 करोड़ 50 लाख रुपए निर्गत होकर निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया। कार्यदाई संस्था ने स्वास्थ्य विभाग को भवन हैंडओवर कर दिया है, परंतु विभाग में स्टाफ के अभाव में अस्पताल में चिकित्सा सेवा शुरू नहीं हो सकी है, जिसका खामियाजा आसपास के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। रसूलपुर बाकरगंज में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के संचालित होने पर लगभग 18 गांव की करीब 22000 आबादी को नजदीक चिकित्सा उपलब्ध होगी। इनमें हजपुरा, कजपुरा, ताजूपुर, कटघर मूसा, अमरतल, कांदीपुर, कालेपुर महुअल, चितौना कला समेत अन्य गांव शामिल हैं। वहीं सम्मनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत सम्मनपुर, सरदिलपुर, नसीरपुर, दाउदपुर, कटघर, मछली गांव, बलुआ बहादुरपुर, कल्याणपुर, जबकि नेवादा के संचालित होने से पैकौली बाजार, अंबरपुर, राजेपुर कोपा, सरखूपुर, तिघरा, गोपरी चांदपुर, भुजगी, रामगढ़ व अन्य गांव को चिकित्सा सेवा सुलभ होगी। क्षेत्र के राजेश कुमार, दिलीप कुमार, गौरव, प्रदीप कुमार व अन्य लोगों ने अविलंब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को चालू कराने की मांग की है। यद्यपि क्षेत्रीय विधायक सुभाष राय ने अस्पतालों को चालू करने के लिए विधानसभा में भी प्रश्न उठाया था।