भोजन न मिलने से आक्रामक हो रहे कुछ पशु
अम्बेडकरनगर । लाकडाउन के कारण घरों में लोगों के कैद रहने के चलते पशुओं के सामने चारे का संकट उत्पन्न हो गया है। चारा न मिलने से पशु हिंसक होत जा रहे...
अम्बेडकरनगर । लाकडाउन के कारण घरों में लोगों के कैद रहने के चलते पशुओं के सामने चारे का संकट उत्पन्न हो गया है। चारा न मिलने से पशु हिंसक होत जा रहे हैं। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लाकडाउन के चलते लोगों को घरों में ही कैद रहना पड़ रहा है। दरअसल बंदर, कुत्ते, सांड़ व अन्य पशुओं को पेट भरने के लिए भोजन मिल ही जाया करता था। अक्सर लोग घरों के सामने रोटी व खाद्यान्न रख दिया करते थे। जिसे खाकर ये पशु अपना पेट भर लिया करते थे। इधर जब कोरोना वायरस के चलते लोग घरों में पड़े रहते हैं। इसके चलते पशुओं के समक्ष चारा पानी की मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। पेट भरने के लिए छुट्टा जानवर सड़कों वे गलियों में विचरण कर रहे हैं लेकिन ज्यादातर को भोजन नहीं उपलब्ध हो पा रहा है। इससे कुछ पशु हिंसक होते जा रहे हैं। भोजन न मिलने से एक बंदर ने मीरानपुर में एक युवक पर हमला कर दिया तो शहजादपुर में एक सांड़ ने एक व्यक्ति को मारने के लिए दौड़ा लिया। उसने एक घर में घुस कर अपनी जान बचाई। इसी प्रकार नगर के मीरानपुर में शिव मंदिर के निकट हिंसक कुत्तों के झुंड ने एक बकरी पर हमला कर दिया। आस पास मौजूद लोगों ने किसी तरह बकरी को कुत्तों से बचा लिया लेकिन कुछ देर के बाद घायल बकरी की मौत हो गई। उधर छुट्टा गोवंशों के लिए कुछ सामाजिक संगठन भोजन की व्यवस्था तो कर रहे हैं लेकिन इसका फायदा सभी पशुओं को नहीं मिल पा रहा है।