कोई नहीं भुला सकता है कर्बला की शहादत: जाफरी
अम्बेडकरनगर। बीते बुधवार की रात लोरपुर के मेहदी इमाम बारगाह में मरहूम सैयद आफताब...
अम्बेडकरनगर। बीते बुधवार की रात लोरपुर के मेहदी इमाम बारगाह में मरहूम सैयद आफताब रजा के इसाले सवाब की मजलिस का आयोजन हुआ। मजलिस में अजमेर के मौलाना गुलजार हुसैन जाफरी ने खिताब फरमाया। मजलिस का आगाज शायर इरशाद के सोजखानी से हुआ। संचालन आरिफ अनवर ने किया।
मौलाना ने कहा कि कर्बला को शायद ही कोई भुला सकता है। जिस तरह से हजरत अली और उनके बेटों ने इस्लाम को बचाने के लिए अपना भरा-पूरा घर लूटा दिया उसे कयामत तक लोग याद रखेंगे। कहा कि इस्लाम का आतंकवाद से कोई संबंध नहीं है। जो जेहाद और इस्लाम के नाम पर आतंकी घटनाएं हो रही हैं वह इस्लाम को बदनाम करने की कोशिश है। कहा इस्लाम अमन, शांति, भाईचारा, मेल और मुहब्बत से रहने का संदेश देने वाला मजहब है। अन्त में मौलाना ने कर्बला के शहीदों के को याद करते हुए मंजर बयान किया। जिसे सुनकर अजादार सिसकने को मजबूर हो गए। मजलिस में मुख्य रूप से डा. सैय्यद हैदर मेहदी, महताब रजा, मौलाना इंतेजार मेहदी, अबुजर, साहिल, मिन्हाल, रजी, बेलाल, नस्सु सिराज, मकसूद व अन्य मौजूद रहे।